मुजफ्फरनगर (Shukteerth):गंगा की शांत लहरों के बीच जब शरीर और मन की एकता का नज़ारा पेश हुआ, तो हर किसी ने कहा — यही है असली भारत! जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के कुशल निर्देशन में जनपद मुजफ्फरनगर के ऐतिहासिक गंगा घाट पर योग के प्रचार-प्रसार और जन जागरूकता हेतु एक विशाल योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम ने सिर्फ एक आयोजन की भूमिका नहीं निभाई, बल्कि एक आंदोलन की शुरुआत की। योग को दैनिक जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा देते हुए कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वंदना वर्मा, उत्तर प्रदेश विधान परिषद की माननीय सदस्य, ने योग को लेकर एक ऊर्जावान और जोशीला संबोधन दिया।
शानदार स्वागत के साथ हुआ आगाज़
कार्यक्रम की शुरुआत उपजिलाधिकारी जानसठ जयेंद्र सिंह और तहसीलदार जानसठ सतीश चंद बघेल द्वारा मुख्य अतिथि का पगड़ी पहनाकर और पटका भेंट कर भव्य स्वागत से हुई। यह एक परंपरागत सम्मान की झलक थी जो भारतीय संस्कृति को दर्शाता है।
वंदना वर्मा ने उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए कहा कि “योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक शुद्धि का मार्ग है। इसे दिनचर्या में अपनाकर जीवन को सशक्त और संतुलित बनाया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस न केवल भारत बल्कि वैश्विक मंच पर एक भव्य उत्सव बन चुका है।”
2025 में मनेगा योग का महापर्व – 10 साल, 10 इवेंट्स
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की 10वीं वर्षगांठ के मौके पर सरकार द्वारा 10 विशेष ‘सिग्नेचर इवेंट्स’ की योजना बनाई गई है, जिनमें शामिल हैं:
योग संगम
योग बंधन
योग पार्क
योग समावेश
योग प्रभाव
योग कनेक्ट
हरित योग
योग अनप्लग्ड
योग महाकुंभ
संयोग
इसका मुख्य उद्देश्य है “One Earth, One Health” यानी एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य की अवधारणा को प्रचारित करना। यह थीम न केवल पर्यावरणीय संतुलन की बात करती है, बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य चिंताओं के लिए योग को एक समाधान के रूप में प्रस्तुत करती है।
योग इंस्ट्रक्टर ने सिखाए योगासन, हर आयु वर्ग का बढ़ा उत्साह
कार्यक्रम के दौरान योग प्रशिक्षिकाएं श्रीमती सीमा सिंह और कु. निधि ने उपस्थित जनसमूह को विविध प्रकार के योगासन कराए। लोगों में योग के प्रति अपार उत्साह देखने को मिला। बच्चे, युवा, महिलाएं और बुज़ुर्ग – सभी ने तन, मन और आत्मा को जोड़ने वाले इस अभियान में हिस्सा लिया।
डॉ. राजीव कुमार द्वारा अष्टांग योग के विभिन्न अंगों पर विस्तृत जानकारी दी गई, जिसने लोगों के बीच योग की गहराई और उसकी वैज्ञानिक पृष्ठभूमि को लेकर उत्सुकता बढ़ाई।
स्थानिय नेताओं और संस्थाओं की रही जोरदार भागीदारी
इस योग आयोजन को सफल बनाने में कई महत्वपूर्ण लोगों और संस्थाओं का योगदान रहा:
ग्राम प्रधान राजपाल सैनी
मण्डल अध्यक्ष अरुण पाल
वरिष्ठ नागरिक विनोद पंडित
नायब तहसीलदार बृजेश सिंह
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, ब्लॉक मोरना की शिक्षक अलका, रफत और विद्यालय की छात्राएं
इसके अतिरिक्त, तहसील जानसठ के राजस्व विभाग की टीम ने भी पूरी लगन से इस कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता दिखाई।
हर गांव तक पहुंचे योग का संदेश: जिला प्रशासन की अनोखी पहल
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के नेतृत्व में यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक सशक्त जनआंदोलन बनता जा रहा है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि योग केवल शहरों तक सीमित न रहे, बल्कि ग्रामीण भारत में भी इसकी गूंज सुनाई दे। इस दिशा में स्कूली शिक्षा, ग्राम पंचायतें, महिला मंडल और स्वास्थ समितियां मिलकर कार्य कर रही हैं।
जन-जागरूकता के लिए अब होगा ‘योग रथ’ का संचालन
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, आगामी महीनों में ‘योग रथ’ का संचालन किया जाएगा, जो जिले के कोने-कोने में घूमकर लोगों को योग के फायदे बताएगा। इसके साथ-साथ मोबाइल वैन पर वीडियो डिस्प्ले, योगासन प्रदर्शन और मुफ्त पुस्तिकाएं भी वितरित की जाएंगी।
योग को मिलेगा नया मंच, नई पहचान
यह स्पष्ट है कि आने वाले वर्ष 2025 में भारत योग के क्षेत्र में एक वैश्विक नेतृत्वकारी भूमिका निभाने को तैयार है। मुजफ्फरनगर जैसे जिलों में इस प्रकार के आयोजन यह संकेत देते हैं कि योग अब केवल उत्सव नहीं, बल्कि जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है।
उपजिलाधिकारी और तहसीलदार जानसठ ने कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और वादा किया कि इस तरह के आयोजनों की श्रृंखला आगे भी जारी रहेगी।