उत्तर प्रदेश के Fatehpur जिले के गाजीपुर इलाके से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। एक शादीशुदा युवक को उसकी प्रेमिका के परिवार ने इतनी बर्बरता से पीटा कि उसकी मौत हो गई। जिस तरह से उसके साथ सलूक किया गया, वह किसी डरावनी फिल्म से कम नहीं है।
क्या हुआ था?
रविवार की रात, पहाड़पुर गांव में एक शादीशुदा युवक बीनू रैदास (27) को उसकी प्रेमिका के परिवार ने बहाने से बुलाया। जैसे ही वह घर पहुंचा, उसके साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया गया। उसे बेरहमी से पीटा गया, प्लास से उसके हाथ-पैर के नाखून उखाड़ दिए गए, और कान में पेचकस घुसेड़ दिया गया। मरणासन्न हालत में उसे घर से बाहर फेंक दिया गया, जहां वह पूरी रात तड़पता रहा। सुबह अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार ने क्यों किया ऐसा?
बीनू पुट्टी पताई का काम करता था और पहाड़पुर गांव में उसके चचेरे भाई की ससुराल थी। वहां एक राजगीर (मजदूर) से उसकी दोस्ती हो गई, जिसकी बेटी से उसके प्रेम संबंध बन गए। जब परिवार को इसकी भनक लगी, तो उन्होंने बीनू को सबक सिखाने की ठान ली।
रविवार शाम उसे नौटंकी देखने के बहाने बुलाया गया। देर रात जब वह प्रेमिका के फोन पर घर पहुंचा, तो उसके पिता, भाई और अन्य लोगों ने उसे घेर लिया। उस पर लोहे के सरियों, हथौड़ों और अन्य औजारों से हमला किया गया। उसके शरीर पर इतने जख्म थे कि अस्पताल में डॉक्टर भी हैरान रह गए।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने युवती के पिता सहित तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। हालांकि, परिवार ने शुरू में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन गांव वालों के दबाव में सच सामने आ गया।
क्या यह “ऑनर किलिंग” का मामला है?
इस घटना ने एक बार फिर समाज में चल रही “ऑनर किलिंग” की बहस को जन्म दे दिया है। क्या प्रेम करना इतना बड़ा अपराध है कि किसी की जान ले ली जाए? क्या परिवार की इज्जत बचाने के लिए हत्या जायज है? ये सवाल अब फिर से उठ रहे हैं।
गांव में मचा हड़कंप
इस घटना के बाद पूरा गांव सन्न है। लोग इस बर्बरता पर स्तब्ध हैं। बीनू के परिवार वाले रोते हुए न्याय की गुहार लगा रहे हैं। वहीं, प्रेमिका का परिवार फरार हो गया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
क्या कहता है कानून?
भारतीय कानून के अनुसार, ऑनर किलिंग एक गंभीर अपराध है, जिसकी सजा मौत या उम्रकैद तक हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने भी कई बार कहा है कि कोई भी परिवार या समाज अपने नियमों के आधार पर किसी की जान नहीं ले सकता।
समाज के सामने बड़ा सवाल
यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि समाज की उस मानसिकता को उजागर करती है, जहां प्रेम को अपराध माना जाता है। क्या हम आज भी इतने पिछड़े हैं कि किसी के प्यार को खत्म करने के लिए हिंसा का रास्ता अपनाएं?
पुलिस जांच जारी रखे हुए है, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा। लेकिन सवाल यह है कि क्या ऐसी घटनाएं रुकेंगी? या फिर हमें अभी और ऐसे मामले देखने को मिलेंगे?