Deoghar ISBT| देवघर, संजीव मिश्र : देवघर के प्राइवेट बस स्टैंड से गुरुवार को पूरी तरह से बसों का संचालन बंद कर दिया गया. भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. बसों को यहां से बाहर निकाल दिये जाने के बाद से बस स्टैंड में वीरानी छायी है. अंतरराज्यीय बस स्टैंड (आइएसबीटी), जो कई सालों से बंद पड़ा था, संचालन की बाट जोह रहा था, में अचानक से रौनक बढ़ गयी. रात भर में ही कई दुकानें खुल गयीं. सुबह से बसों का संचालन शुरू हो गया. पहले दिन देवघर बस ओनर्स एसोसिएशन की हड़ताल के निर्णय का असर भी दिखा.
देवघर आइएसबीटी शुरू होने से खुश हैं आसपास के ग्रामीण
सुबह से लेकर रात तक 10 बसें खुलीं, जिसमें की 8 बस सुल्तानगंज, एक गोड्डा और एक भागलपुर के लिए रवाना हुई. यहां यात्रियों की संख्या कम दिखी, लेकिन टोटो और ऑटो चलाने वालों की भीड़ देखी गयी. इलाके के लोगों में भी खुशी का माहौल है. पास के गांव में रहने वाले उमेश दास, किशोर यादव और सोमेश कुमार ने बताया कि बस स्टैंड यहां आने से लोगों को थोड़ी-बहुत परेशानी जरूर हुई ,लेकिन समय की मांग को देखें, तो शहर हर दिन तेजी से विकसित हो रहा है.

डीसी-एसपी ऑफिस, कोर्ट और सेंट्रल जेल भी हो रहे हैं शिफ्ट
डीसी और एसपी ऑफिस सहित अन्य ऑफिस के अलावा कोर्ट, सेंट्रल जेल आदि भी शहर से दूर तपोवन की ओर शिफ्ट होने जा रहा है. इसका मुख्य कारण शहर का विकास और हर दिन बढ़ती गाड़ियों की समस्या है. लोगों ने कहा यहां बस स्टैंड आने से बड़े पैमाने पर रैयतों के अलावा ग्रामीणों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से करीब 10 हजार रोजगार सृजित होंगे.
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रेलवे स्टेशन से वॉकिंग डिस्टेंस पर आइएसबीटी
ग्रामीणों ने कहा कि यात्रियों को भी वॉकिंग डिस्टेंस (5 से 10 मिनट में) पर रेल सुविधा मिल जायेगी. 10 से 15 रुपए खर्च करके बाबा मंदिर तक जा सकते हैं. कुल मिलाकर शहर में हर दिन लगने वाली जाम की समस्या का निदान हो गया है. अब बड़े मालवाहक एवं छोटे वाहनों को व्यवस्थित करने की आवश्यकता है.
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