रविवार शाम Barabanki के करौली कस्बे में एक मामूली विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। पहले कचहरी के पास दो पक्षों में कहासुनी हुई, और फिर हाईवे किनारे स्थित एक रेस्टोरेंट पर मामला बेकाबू हो गया। आरोप है कि इस झगड़े में एक युवक के पेट में चाकू मारा गया, जबकि दूसरे को पिस्तौल की बट से हमला कर घायल कर दिया गया। पुलिस ने इस मामले में तीन नामजद और छह अज्ञात समेत कुल नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
कैसे शुरू हुआ बवाल?
हरख ब्लॉक के जरमापुर गांव निवासी आर्यन सिंह के मुताबिक, रविवार दोपहर करीब तीन बजे वह कचहरी के सामने नाश्ता करने गए थे। उसी दौरान होटल के पास एक व्यक्ति से उनकी हल्की टक्कर हो गई, जिससे वहां मौजूद छह-सात लोग भड़क गए और कहासुनी होने लगी। आर्यन ने जब वहां से हटने की कोशिश की, तो उन लोगों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया।
शाम को जब आर्यन अपने दोस्तों के साथ लखनऊ मार्ग पर करौली कस्बे के एक रेस्टोरेंट में भोजन करने पहुंचे, तो वही लोग वहां भी आ धमके। आरोप है कि आर्यन वर्मा, सचिन यादव, अरशद और उनके तीन-चार अन्य साथियों ने अचानक हमला बोल दिया।
चाकूबाजी और पिस्टल की बट से हमला!
आर्यन सिंह ने बताया कि झगड़े के दौरान आर्यन वर्मा ने उनके सिर पर पिस्टल रखकर धमकाया, जबकि सचिन यादव ने उनके दोस्त अंकित दुबे के पेट में चाकू घोंप दिया। चाकू का वार अंकित के पेट के बाईं ओर लगा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं, पिस्तौल की बट से किए गए वार में आर्यन सिंह के सिर पर गहरी चोट आई।
खून से लथपथ युवकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
इस वारदात के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने अंकित दुबे की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे लखनऊ रेफर कर दिया। वहीं, आर्यन सिंह को सिर पर टांके लगाने पड़े।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही टीम
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। शहर कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि मामले में आर्यन वर्मा, सचिन यादव और अरशद को नामजद करते हुए कुल नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि चाकू मारने की पुष्टि अभी नहीं हुई है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कह रही है।
गुंडागर्दी की यह पहली घटना नहीं! इलाके में पहले भी हो चुके हैं हमले
करौली और उसके आसपास के इलाकों में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे किनारे के कई रेस्टोरेंट असामाजिक तत्वों के अड्डे बन चुके हैं, जहां देर रात तक संदिग्ध गतिविधियां होती हैं।
पिछले साल भी इसी इलाके में एक मामूली विवाद के बाद दो गुटों में जमकर मारपीट हुई थी, जिसमें तीन लोगों को चाकू मार दिया गया था। पुलिस प्रशासन की सुस्ती के चलते बदमाशों के हौसले बुलंद हैं, और अब यह मामला फिर से इलाके में बढ़ते अपराध की पोल खोल रहा है।
स्थानीय लोगों की मांग – बदमाशों पर हो कड़ी कार्रवाई
घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों और रहवासियों में रोष है। लोगों का कहना है कि पुलिस को जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़कर कड़ी सजा दिलानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
क्या पुलिस इन गुंडों पर कसेगी शिकंजा?
अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले को कितनी गंभीरता से लेती है। क्या हाईवे किनारे के इन रेस्टोरेंट्स में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगेगी? क्या चाकूबाजी और खुलेआम गुंडागर्दी करने वाले इन आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी?
फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है, और उम्मीद है कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही इस मामले में बड़ी कार्रवाई होगी।