Aligarh के थाना गोंडा क्षेत्र में हुए 13 साल पुराने दोहरा हत्याकांड का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में 25 हज़ार रुपये का इनामी हत्यारोपी हरियाणा के बल्लभगढ़ से गिरफ्तार किया गया। आरोपी की पहचान हरेंद्र निवासी हीरपुर हुसैनपुर, थाना गोंडा के रूप में हुई है।
घटना की पृष्ठभूमि: मथुरा के भाइयों की गोली मारकर हत्या
यह मामला 2012 का है जब मथुरा जिले के नौहझील थानाक्षेत्र के भैरई गांव निवासी नरेंद्र ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नरेंद्र ने शिकायत में अपने भाई राजवीर और जयवीर की गोली मारकर हत्या करने का आरोप हरेंद्र पर लगाया था। राजवीर भालई, थाना सुरीर का निवासी था, जबकि जयवीर भैरई का रहने वाला था।
हत्या के बाद से ही हरेंद्र फरार था और उसे पकड़ने के लिए पुलिस को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। अभियुक्त पर 25 हज़ार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
हरियाणा के बल्लभगढ़ से गिरफ्तारी: मुखबिर ने दिलाई सफलता
पुलिस ने बताया कि आरोपी हरेंद्र हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ क्षेत्र की राजीव कॉलोनी में रह रहा था। थाना सेक्टर-58 पुलिस और स्थानीय पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के लिए पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी।
एएसपी इगलास, भंवरे दीक्षा अरुण ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा,
“यह गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है। आरोपी पिछले 13 सालों से फरार था और पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ था। हमने गुप्त सूचना के आधार पर बल्लभगढ़ में दबिश दी और उसे गिरफ्तार किया।”
क्यों किया गया था मथुरा के भाइयों का कत्ल?
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि यह हत्याकांड पुरानी रंजिश का परिणाम था। हरेंद्र और मथुरा के इन दोनों भाइयों के बीच लंबे समय से जमीन और संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। इसी दुश्मनी ने इस खतरनाक हत्याकांड को जन्म दिया।
गिरफ्तारी के बाद आगे की कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद हरेंद्र को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेजा गया। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इतने सालों तक वह कहां-कहां छिपा रहा और क्या उसे किसी स्थानीय या बाहरी मदद मिली थी।
पुलिस की बड़ी सफलता
इस गिरफ्तारी ने पुलिस को न केवल एक लंबे समय से सुलझने का इंतजार कर रहे मामले को निपटाने में मदद की है, बल्कि इलाके में कानून-व्यवस्था को लेकर लोगों का भरोसा भी बढ़ाया है।
देशभर में बढ़ते अपराध: पुरानी घटनाएं सुलझाना बनी चुनौती
अलीगढ़ का यह मामला एक उदाहरण है कि कैसे पुराने अपराध पुलिस के लिए चुनौती बने रहते हैं। देशभर में ऐसे कई मामले लंबित हैं, जिनमें अपराधी फरार हैं। तकनीकी और खुफिया जानकारी का उपयोग कर, पुलिस इन मामलों को सुलझाने की कोशिश कर रही है।
आम जनता की भूमिका
पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी तुरंत साझा करें। इस मामले में मुखबिर की सूचना ने बड़ा काम किया और यह साबित करता है कि जनता की सतर्कता अपराधियों को पकड़ने में कितनी मददगार हो सकती है।