स्वर्णरेखा महोत्सव: रांची-तीन दिव्य स्वर्णरेखा महोत्सव का नागड़ी के रानीचुआं में भव्य आयोजन हुआ। झारखंड एवं उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ. एसएन पाठक विधायक सरयू राय ने रानीचुआं में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ. एसएन पाठक ने कहा कि केवल आंदोलन के लिए बच्चों की भूमिका नहीं होनी चाहिए, बल्कि पर्यावरण एवं जल संसाधनों के संरक्षण में युवाओं की अहम भूमिका होनी चाहिए। लोग अगर अपने अविश्वास का अधिकार से करें तो इस देश के लिए उनका सबसे बड़ा योगदान होगा। जो युवा बड़े पर्यावरण अधिकारी नियुक्त हैं, वे पेशेवर हो गए हैं, उन्हें अपने-अपने विभागों से बाहर जल संसाधनों और संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए।
स्वर्णरेखा महोत्सव का ये है उद्देश्य
दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष साहा स्वर्णरेखा महोत्सव के संरक्षक साहा चौधरी पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने कहा कि स्वर्णरेखा महोत्सव का मुख्य उद्देश्य स्वर्णरेखा नदी का संरक्षण और आम जनमानस में इसे प्रदूषण मुक्त करने के लिए जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण की दृष्टि से स्वर्ण रेखा नदी के उद्गम स्थल रानीचुआं (नागड़ी) से लेकर सागर के अंतिम बिंदु तक इसे पांच स्कीनो में रखा जा सकता है। गोल्डन रेखा नदी को आज औद्योगिक प्रदूषण से सबसे ज्यादा खतरा है। शहरी क्षेत्र में नाली आधारित विकास नीति बनाना आवश्यक है। पर्व-त्योहार समीचीन होगा जब नदी प्रदूषण मुक्त होकर अविरल रवाना हो रहा।
नदियों की रक्षा का संकल्प
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सेवनिवृत्त अमित शाह और संजय रंजन सिंह ने कहा कि नदियां मानव सभ्यता की जननी हैं। नदियों की स्वतंत्रता की गारंटी हर हाल में रखी जायेगी। नदियाँ ख़त्म हो गयीं तो मानव सभ्यता भी ख़त्म हो जायेगी। युवा दिवस के दिन युवाओं को संकल्प लेना चाहिए कि वे नदियों की रक्षा करें ताकि हमारी संस्कृति की भी रक्षा हो सके।
माके पर ये मौजूद थे
कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्वर्णरेखा महोत्सव के संयोजक तपेश्वर केशरी, जिला परिषद की सदस्या पूना देवी, उप प्रमुख विद्यारानी, युगांतर भारती के अध्यक्ष अंसल शरण, सचिव आशीष शीतल केदार महताब, चूड़ामणि महतो, धर्मेंन्द्र तिवारी, पी.एन. सिंह, सत्यनारायण मठ समेत आसपास के सैकड़ों लोग मौजूद थे। कार्यक्रम संचालन रसेल केशरी एवं कृतज्ञता महोत्सव बजरंग मराठा ने किया।
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