राँची. यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) की तीन रिचर्स टीम (एसेसबल एडिट) ने शुक्रवार को क्रूज़ यूनिवर्सिटी मुख्यालय को शामिल किया, जिसमें पीडियाचिया, सेंट्रल लाइब्रेरी, हेल्थ सेंटर, स्टेडियमोरियम आदि शामिल थे। टीम के सदस्य विवि में नि:शक्त ग्रिड कर्मचारियों और छात्रों को दी जाने वाली सुविधा का अवलोकन दिया गया।
पौराणिक कथाओं की सुविधा से लिंक
इस क्रम की टीम के सदस्य सेंट्रल लाइब्रेरी रिचर्स साइंस भवन में स्थित भौतिक विज्ञान, रसायनशास्त्र, वनस्पतिशास्त्र, जंतुविज्ञान, भूगर्भशास्त्र, गणित के अलावा पीरियॉ इतिहास और भूगोल विभाग का दौरा किया गया। कम्युनिटी ने विवि प्रशासन को सेंट्रल लाइब्रेरी सहित पीया ब्लॉक में जहां लिफ्ट की सुविधा नहीं है, वहां भी उसे बहाल करने की सिफारिश की है। हालांकि सदस्य सेंट्रल लाइब्रेरी में शामिल चित्र में नि:शक्त के लिए गणतंत्र की सुविधा बहाल रहने और कई स्थानों पर उपलब्ध सुविधाओं की दिशा में चल रहे कार्य से अलग। टीम में आंध्र प्रदेश डिग्री व पीडिया कॉलेज के प्रो जी रामकृष्णा रेड्डी, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर इंपावरमेंट ऑफ पर्सन विथ मल्टीपल डिसेबिलिटी के डॉ. हिमांगशु दास और बिशप के डिप्टी रिसर्चर डॉ. अमोल अंधारे शामिल थे।
परमाणु ऊर्जा संयंत्र और कर्मचारियों की जीवनी से मिले गुमनाम
टीम के सदस्य विवि में रेलवे नि:शक्त दो ग्रिड कर्मचारियों से भी मिले और उनके संघर्षों को जानने और समझने का प्रयास किया। इतिहास विभाग में टीम के सदस्य शिक्षक डॉ. मोहित लाल से भी मिले और उनके जीवन से परिचित हुए। डॉ. लाल ने सदस्यों को बताया कि वे कक्षा तीन से ही आदर्श हैं। अध्यापन कार्य में उनकी शुरुआत से ही शुरुआत हो रही है। बातचीत के दौरान विवि के अनुसंधान पदाधिकारी डॉ बीके सिन्हा भी उपस्थित थे. बातचीत के दौरान बताया गया कि कई सुविधाओं का कार्य प्रगति पर है और जल्द ही सभी जगहों पर स्थापित किया जाएगा। ग्रुप ने छात्रों और कर्मचारियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
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