पर प्रकाश डाला गया
- बीएसपी के सबसे बड़े सेक्टर-9 अस्पताल का मामला
- बुनियादी तौर पर स्थापित किया गया था, तो इलेक्ट्रॉनिक्स ने रफा दफा बनाया था
- आईसीयू के नर्सों में गुस्सा, अब तक पुलिस केस नहीं
नईदुनिया प्रतिनिधि, भिलाई: भिलाई फैक्ट्री प्लांट (बीएसपी) के सेक्टर-9 हॉस्पिटल में महिला चेंजिंग रूम में चोरी-छिपे वीडियो बनाने का एक गंभीर मामला सामने आया है। अस्पताल के कर्मचारियों में रेलवे नर्सों ने बताया कि 25 साल के स्टाफ अटेंडेंट मॉडलिंग रूम में मोबाइल शामिल वीडियो बनाने का काम किया गया था।
रविवार को एक साइंटिस्ट नर्स ने चंग्लिंग रूम में फ्लैट्स खाली समय मोबाइल देखा। वह तुरंत समुद्र तट पर पहुंच गया, जिससे यह मामला सामने आया। अस्पताल प्रबंधन ने केस को नामांकित से लेने के बजाय इसे रफा-दफा कर दिया। वहीं, असैनिट एटेंडेंट जनरल को मैनेजमेंट ने ज्वैलरी ड्यूटी पर आने से मना कर दिया है।
पहले भी चुकाया है ऐसा काम
- नर्सों का कहना है कि असिस्टेंट अटेंडेंट लेवल पर भी पहले इसी तरह की हरकत पकड़ी गई थी, उसी समय उसे छोड़ दिया गया था। नर्सों ने यह भी आरोप लगाया कि वह बार-बार एक ही नर्स का वीडियो बनाती थी।
- बुज़ुर्ग वर्गीकरण पहले अस्पताल की कैंटीन में काम करता था। बाद में उसे अटेंडेंट की जिम्मेदारी दे दी गई और उसे स्टूडेंट में रिलीवर के पद पर नियुक्त कर दिया गया।
- जानकारी के अनुसार, अस्पताल की एक सीनियर नर्स, जो कि विशेषज्ञ भी हैं, वह मामले को लेकर नशे के शौकीन डॉक्टर को नामांकित किए बिना ही डॉक्टर की कोशिश करती है। इस अस्पताल के कर्मचारियों में नामांकन है।
- इतने गंभीर मामले के बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने अब तक गरीबों को पुलिस की सहायता नहीं दी। न ही यह पता चला है कि सैमुअल ने वीडियो कहां-कहां भेजा था।
- बताया जा रहा है कि गैंग के मोबाइल से कई वीडियो बरामद हुए हैं, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने मोबाइल को जब्त कर अपने पास रख लिया है।
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कर्मचारियों की मांग
1. मामले की जांच हो।
2. नवजात के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाए।
3. अस्पताल में महिला कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाये।
4. प्रबंधन के निर्णय की समीक्षा हो.
बुज़ुर्ग को नौकरी से निकाला गया
अस्पताल के प्रबंधन में यह मामला आया है। इसके बाद उन्हें मरीज़ों को अस्पताल में बुलाया गया। जहां पर वृद्ध महिला चिकित्सक डाॅ. वैदिक की उपस्थिति बैठक में हुई। डेस्टिनेशन व स्वोन्स से कहा गया कि वह पुलिस में ग्राहक अपराध दर्ज करता है। अटेंडेंट लैबोरेट्री को नौकरी से हटा दिया गया है। स्वॉन्ज़ के पास ही ज़ेब मोबाइल रखा गया। – अमूल्य प्रियनायिका, महामहिम प्रधान मंत्री, बी.एस.पी
हॉस्पिटल केस प्रबंधन को दबाया जा रहा है। ऐसे घिनौने कार्य का हम भर्त्सना करते हैं। इसमें उनका कड़ा एक्शन भी दिखाया जाना चाहिए। अस्पताल में अगर इस तरह से काम होता है और मैनेजमेंट बना रहता है तो ऐसे मैनेजमेंट को खत्म नहीं किया जा सकता। -चिन्ना केशवलु, प्रोटोटाइप भिलाई श्रमिक श्रमिक संघ
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पुलिस के पास मामला नहीं आया। जब भी यह मामला आएगा कार्रवाई की जाएगी। चतुर्थ शुक्ला एसपी, दुर्ग