पर प्रकाश डाला गया
- टिकट न होने पर युवक ने पकड़ी जान की बाजी
- ट्रेन के नीचे समुद्र तट के पास छिपकली यात्रा यात्रा कर रही थी।
- रेलवे कर्मचारियों ने युवाओं को बाहर निकाला, टिकटें नहीं थीं
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। ट्रेन के ऊपर की ओर, दरवाज़े में लटकी-करी और बिना टिकट के शौचालय में छिपकली यात्रा के मामले से आप भी अनभिज्ञ नहीं होंगे, लेकिन गुरुवार को एक अचंभित करने वाला मामला सामने आया है। एक युवा जन पॉलिटिक्स पर ले ट्रेन के नीचे छिपकर यात्रा करते हुए पकड़ा गया। युवाओं को रेलवे स्टेशन पर रेलवे कर्मचारियों ने बोगी ने नीचे पहिये के पास छिपा हुआ देखा और उसे बाहर निकाला।
250 किमी की यात्रा
रेल टिकटें करोड़ों में नहीं बिकीं, वह ट्रेन के नीचे पहिए के पास और लगभग 250 किमी की यात्रा की। पुणे-दानापुर ट्रेन के एस-फोर कोच के नीचे पहिए के पास इटारसी से जबलपुर पहुंच गया।
जबलपुर रेलवे स्टेशन के आउटर पर रेल कैथेड्रल की दृष्टि के नीचे पहिए के पास छिपकर बैठा यात्री पर पड़ा, तुरंत ट्रेन को रोक दिया गया, उसे बाहर निकाला गया। यह तो गनीमत रही कि वह किसी अनहोनी का शिकार नहीं हुआ।
ऐसे गुड़िया के नजर में आया
पुणे-दानापुर (12149) सुपरफास्ट एक्सप्रेस के जबलपुर स्टेशन के आउटर पर कैरिज एंड वैगन विभाग (एससीआईएंडडब्ल्यू) के रेलवे रोलिंग परीक्षण कर रहे थे। रेल असैनिट पर दृष्टि गड़ाए थे तब उन्हें ट्रेन के एस-4 कोच के नीचे पहिए के पास एक व्यक्ति दिखाया गया था।
वह पहिए के पास ट्राली जैसी जगह पर छिप गया था। यह देखते ही रेल मंडली ने तत्काल सूचना प्रसारण की घोषणा कर दी। ड्राइवर ने तुरंत ट्रेन रोक दी। उसके बाद कोच के नीचे छिपकर यात्रा कर रहे व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
बाहर नहीं आ रहा था, बड़ी मुश्किल निकली
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रेलगाड़ी के विपरीत के बाद कोई भी यात्री बाहर नहीं जा रहा था। जब रेल शॉकर ने अपनी बाद की बड़ी मुश्किल से बाहर निकलने पर चेतावनी जारी की।
जबलपुर स्टेशन पर दानापुर एक्सप्रेस ग्यान रुकी, रेलवे मंडल नेटीनेंस के दौरान युवाओं को ट्रेन के नीचे छिपा हुआ देखा। रेलवे प्रशासन ने उसे तुरंत आउट कर दिया। टिकट न होने के कारण छात्र जान जोखिम में स्टोइन्ट ट्रेन की बोगी के नीचे छिपकर यात्रा कर रहा था, इससे उसकी जान भी जा सकती थी।