पर प्रकाश डाला गया
- सिंगापुर टूर असिस्ट का 120 सुपरमार्केट दल पर
- मध्य प्रदेश सरकार ने जारी किया 4 करोड़ रुपये का बजट
- शिक्षा प्रणाली का अध्ययनशाला और अधिकारी
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल : माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) के 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा में 95 प्रतिशत से अधिक परिणाम आए, जिसमें 120वीं व 12वीं कक्षा के शैक्षिक मंडल और अधिकारियों का 120वीं कक्षा का सिंगापुर दौरा जारी है। शासन की ओर से प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट के तहत इस यात्रा के लिए चार करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है।
इस यात्रा में जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर एक करोड़ से अधिक लाख रूपये खर्च होंगे। यह दो अलग-अलग परंपराओं में यात्रा करेगा। पहले दल में 70 और दूसरे दल में 50 वर्कशॉप-अमेज़री को शामिल किया गया।
6 जनवरी को पहला दल रवाना हुआ
पहला दल 6 जनवरी को और दूसरा दल 13 जनवरी को पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। वहां की शिक्षा व्यवस्था देखना और उनके सिस्टम में प्रशिक्षण लेकर कार्यशाला अपने स्कूल में उसे लागू करने की कोशिश करेंगे। इससे पहले उन्हें एक रिपोर्ट भेजें सरकार को अपनी संस्थाएं बताएं। यदि उनके संकेते विचार प्रासंगिक हैं तो उन्हें स्केच में लागू किया जाएगा।
दक्षिण कोरिया का दौरा कर रहे हैं
इससे पहले शिक्षा विभाग के 250 विद्यार्थियों और प्रयोगशालाओं के दल दक्षिण कोरिया के अध्ययन का दौरा किया गया था। 2021 में कार्यशालाओं के दल को चार बार दिल्ली के सरकारी विद्वानों का अध्ययन करने के लिए भेजा गया था। इस दौरे में भी सरकार ने पांच से सात लाख रुपये खर्च किये थे.
2019 में 250 अधिकारियों और कार्यशालाओं की टीमों ने दक्षिण कोरिया से वापसी की स्टीम मशीनरी का दौरा किया था। जो वहां स्टीम (साइंस, टेक्नोलाजी, इंजीनियरिंग, कला और गणित) शिक्षा पद्धति का अध्ययन कर रही थी।
इस दल ने मध्य प्रदेश में इसे लागू करने के लिए अपनी अर्थव्यवस्था के साथ एक रिपोर्ट पेश की थी। अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत मल्टी डिस्पिलनरी अध्ययन लागू किया गया है, इसमें इसका एक हिस्सा शामिल है।
ढांचागत सुधार की योजना नहीं बनी पाई
दक्षिण कोरिया से लौटे एआई दल ने मुख्य सचिव को प्रेजेंटेशन भी दिया था। ढांचागत सुधार, व्यावसायिक पाठ्यक्रम में एसोसिएटेड कई तरह के शैक्षणिक सुधार शामिल थे। इस रिपोर्ट का कुछ असर नहीं दिखा। ढांचागत सुधार की कोई योजना लागू ही नहीं हो पाई।