पर प्रकाश डाला गया
- बीना से विधायक निर्मल सप्रे की सदस्यता को लेकर विवाद।
- कांग्रेस को खत्म करने वाले नेता सप्र्रे बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
- सप्रे बीना से कांग्रेस के टिकट पर कर्मचारी कार्यकर्ता खरीदे गए थे।
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। बीना विधानसभा क्षेत्र से विधायक सोमनाथ सप्र की विधान सभा के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में प्रवेश होता है। विधानसभा क्षेत्र में नेता प्रतिपक्ष विपक्ष सिंघार ने उच्च न्यायालय के इंदौर खंडवा में नामांकन लेकर नामांकन दाखिल किया है।
इधर विजयपुर से नवनिर्वाचित नेता मुकेश अग्रवाल आज कांग्रेस कार्यालय में। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उनका स्वागत किया। इस दौरान पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार का भी स्वागत हुआ, विजयपुर चुनाव की कमान नीजी के हाथों में थी।
मुकेश अख्तर ने विजयपुर में अधिकारियों-कर्मचारियों पर भाजपा के एजेंट बनकर काम करने का आरोप लगाया। बोले – मुझे भी पैसा लेकर नाम वापस लेने का ऑफर दिया गया था। पहले 2 करोड़ रुपये, फिर 3 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अगर विजयपुर की तरह बीना में भी चुनाव होते हैं तो कांग्रेस ही जीतेगी।
नरमा को साथ नहीं जुड़ेंगे कांग्रेस
कांग्रेस ने यह पहले ही साफ कर दिया है कि बीना से डेमोक्रेट सप्रे को वे अपने साथ नहीं लाएंगे। कांग्रेस ने ये बात कही कि वे अब बीजेपी के सदस्य हैं. वे बीजेपी की बैठकों में भी शामिल हुए हैं.
16 दिसंबर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है, जिसमें रिपब्लिकन पार्टी के कांग्रेस सदस्य अपने साथ नहीं उतरेंगे। इसके साथ ही विधानसभा सत्र से पहले 15 दिसंबर को जो भी विधायक दल की बैठक होगी उसमें भी समाजवादी पार्टी को नहीं बुलाया जाएगा।