पर प्रकाश डाला गया
- महाराष्ट्र में कुल 288 पर्यटक
- 20 नवंबर को सभी शुरुआती मतदान
- 23 नवंबर को आएगा महाराष्ट्र का नतीजा
संजय मिश्र, ब्यूरो, मुंबई (महाराष्ट्र चुनाव 2024)। महाराष्ट्र में सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले चुनाव प्रचार तेज है। इस बीच, एनसीसी-एसपी प्रमुख 84 साल के शरद पवार ने बड़ा दावा किया है।
डेली गैंग के एसोसिएट एसोसिएट संजय मिश्र से विशेष बातचीत में शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव का संदेश यह है कि मोदी युग खत्म होने वाला है। उन्होंने कहा कि महायुति का अंतिम दस्तावेज प्रदेश की जनता पर विश्वास क्यों नहीं करता है और रिश्तेदार एक बार फिर महाविकास आघाड़ी की सरकार बनने जा रहे हैं। पढ़ें साक्षात्कार के प्रमुख अंश।
महाराष्ट्र से संदेश, मोदी युग अब ख़त्म होने का रास्ता
- शरद पवार का कहना है कि महाराष्ट्र की जनता भाजपा और उसके सहयोगी आश्रम के काम से खुश नहीं है। लोकसभा चुनाव नतीजों से यह बात निकली। यही कारण है कि अब मुख्यमंत्री को लोकलुभावन घोषणाएं करनी पड़ी हैं।
- शरद पवार के मुताबिक, महाराष्ट्र की जनता ने कहा है कि केवल वोट मांगने के लिए ये लोग घोषणा कर रहे हैं। चुनाव के बाद एक भी घोषणा पूरी नहीं होगी। पिछले 10 साल से 8 साल तक इनका राज रहा, लेकिन महाराष्ट्र में कोई विकास नहीं हुआ।
- बकौल शरद पवार, ‘अघाड़ी में मुख्यमंत्री पद पर किसी की अनुमति नहीं है। चुनाव के बाद जो नतीजे आते हैं, उनमें महाराष्ट्र की जनता ही तय कर सकती है कि किसी मुख्यमंत्री को बनाया जाना चाहिए।’
- ‘आप देख सकते हैं कि पूरे महाराष्ट्र में कांग्रेस, गर्ल्स-एसपी और बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता मिलकर काम कर रहे हैं। एक-दूसरे के लिए प्रचार कर रहे हैं। इसलिए कहीं मनमुताव की स्थिति नहीं है।’
- ‘मुझे याद है कि इंडिया अलायंस की पहली बैठक जब बिहार में हुई थी तो नीतीश कुमार की इसमें अहम भूमिका थी।’ आज ऐसे लोगों को मोदी साहब साथ लेकर चल रहे हैं। इसका क्या मतलब है?’
- ‘महाराष्ट्र ‘अगर महायुति की हुकूमत नहीं आएगी और वास्तविक रूप में नहीं जा रही और बागडोर हमें मिलेगी तो एक संदेश जाएगा कि मोदी युग आज खत्म होने की राह पर है।’
अघाड़ी के पक्ष में अंडर करंट
शरद पवार ने कहा कि आज महाराष्ट्र में हमारी पार्टी पर संकट है। मैं आज कोई पात्र नहीं दे सकता, लेकिन पूरा विश्वास है कि हमारी सरकार बनने जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र के चुनाव में 48 में से हमें 31 मंजिलें मिलीं और उन्हें 17 मंजिलें मिलीं। उस समय भी एक अन्तर्मुद्रा थी और आज भी मुझे एक अन्तर्मुद्रा दिखाई दे रही है जिससे जनता परिवर्तन चाहती है।