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November 2, 2024

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Amroha में दर्दनाक हादसा: अज्ञात वाहन चालक ने उभरते कारीगर की ली जान, परिवार में मातम का माहौल

Amroha में एक दर्दनाक सड़क हादसे में उभरते हुए जैकेट कारीगर आदिल (26) की अज्ञात वाहन चालक द्वारा जान चली गई। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई, और आस-पास के लोग भी सन्न रह गए। अमरोहा के निवासी और नौगांवा सादात के मोहल्ला दर्जियान में रहने वाले आदिल, नईम अहमद के बेटे थे। उनके परिवार में पत्नी आसमा और दो मासूम बेटे हैं, जो अब अपने पिता को खोकर बेसहारा से हो गए हैं। इस सड़क हादसे ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे मोहल्ले में शोक का माहौल बना दिया है।

हादसे की रात: एक दर्दनाक मंजर

बुधवार की रात आदिल अपने काम से लौट रहे थे। वे पैदल ही अमरोहा से नौगांवा सादात की ओर जा रहे थे, लेकिन जैसे ही अमानी कॉलेज के सामने पहुंचे, एक अज्ञात वाहन चालक ने उन्हें बुरी तरह टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि आदिल वहीं गंभीर रूप से घायल हो गए। थोड़ी ही देर में घटना स्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। पास के स्थानीय लोग तुरंत सहायता के लिए दौड़े और पुलिस को सूचना दी।

पुलिस की तत्परता और अस्पताल में मौत की पुष्टि

सूचना पाते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से आदिल को अमरोहा के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हालांकि, डॉक्टरों ने जांच के बाद आदिल को मृत घोषित कर दिया। इस हादसे के बाद आदिल के परिवार के सदस्यों की स्थिति बेहद दर्दनाक हो गई। उनकी पत्नी और बच्चों की आंखों से आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे।

परिवार का बयान: न्याय की गुहार

आदिल के बड़े भाई फुरकान ने तुरंत पुलिस को मामला दर्ज करवाया और अज्ञात वाहन चालक को पकड़ने की मांग की। उनका कहना है कि यह हादसा एक लापरवाही का नतीजा है, और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जानी चाहिए। सीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से देख रही है और जल्द ही जांच पूरी कर आरोपी वाहन चालक को गिरफ्तार किया जाएगा।

हिट-एंड-रन की बढ़ती घटनाएं: सिस्टम पर सवाल

अमरोहा में यह पहला हादसा नहीं है, बल्कि हाल के कुछ महीनों में इस तरह की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। इस तरह के हिट-एंड-रन मामलों में अक्सर निर्दोष लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं और दोषी वाहन चालक फरार हो जाते हैं। हाल ही के एक सर्वे के अनुसार, छोटे शहरों में सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के चलते दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता जा रहा है। कई बार ड्राइविंग लाइसेंस की सख्त जांच नहीं होने और सड़कों पर तेज गति में वाहन चलाने की वजह से हादसे होते हैं, जिसमें निर्दोष लोग पीड़ित बनते हैं।

पुलिस और प्रशासन पर जिम्मेदारी

पुलिस और प्रशासन को इस तरह के मामलों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अपराधियों में कानून का डर बना रहे। अमरोहा पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस हादसे के आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन यह सिर्फ एक मामले का हल नहीं है। ऐसे हिट-एंड-रन मामलों को रोकने के लिए पुलिस को सड़कों पर सख्ती बरतने की आवश्यकता है। वाहन चालकों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना भी बेहद जरूरी है, ताकि इस तरह के हादसे दोबारा न हों।

पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति और प्रशासन की जिम्मेदारी

आदिल के परिवार की आर्थिक स्थिति भी खास अच्छी नहीं थी। वह अपने परिवार का पेट पालने के लिए एक छोटी सी जैकेट की फैक्ट्री में काम करते थे, लेकिन उनकी असमय मौत ने परिवार को आर्थिक संकट में डाल दिया है। प्रशासन को चाहिए कि ऐसे पीड़ित परिवारों को राहत राशि प्रदान की जाए ताकि वे अपने जीवन को नए सिरे से शुरू कर सकें।

सरकार से लोगों की उम्मीदें: यातायात नियमों को सख्ती से लागू किया जाए

यह घटना एक बार फिर सरकार और प्रशासन से यह सवाल करती है कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं? हादसों को रोकने के लिए सिर्फ यातायात नियम बनाना ही काफी नहीं है, बल्कि उन्हें सख्ती से लागू करना भी उतना ही जरूरी है। छोटे शहरों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की भी आवश्यकता है।

पीड़ित परिवार की मदद के लिए समाज की जिम्मेदारी

आदिल के हादसे के बाद उनके परिवार को सहायता की जरूरत है। आस-पड़ोस के लोगों ने दुख की इस घड़ी में परिवार का साथ दिया, लेकिन एक लंबे समय तक इस परिवार को सहयोग की जरूरत रहेगी। अमरोहा के समाज से अपेक्षा है कि वे इस पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता करें ताकि आदिल के बच्चे एक सुरक्षित भविष्य की ओर बढ़ सकें।

 सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता का आह्वान

अमरोहा की इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि हमारे समाज में सड़क सुरक्षा को लेकर कितनी जागरूकता है। ऐसे हादसों को रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस को कड़े कदम उठाने होंगे। साथ ही, नागरिकों को भी यातायात नियमों का पालन करना चाहिए ताकि इस तरह की दर्दनाक घटनाओं से किसी और का परिवार प्रभावित न हो।