उत्तर प्रदेश के Sitapur में एक दिल दहला देने वाली वारदात ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। गुरुवार देर शाम को ऑटो चालक शैलेंद्र कुमार की लूट के दौरान चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना ने न केवल क्षेत्र में डर का माहौल पैदा किया है, बल्कि पुलिस प्रशासन को भी सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है। यह खौफनाक घटना नैमिषारण्य कोतवाली क्षेत्र की है, जो कि सीतापुर के पौराणिक तीर्थ स्थल नैमिष के पास स्थित है।
लूट के दौरान हत्या की वारदात
शैलेंद्र कुमार, जो कि हरदोई जनपद के थाना बेनीगंज के ग्राम ढीकौना का निवासी था, सीतापुर में ऑटो रिक्शा चलाकर अपना गुजारा करता था। गुरुवार की शाम जब वह अपने ऑटो से हनुमानगढ़ी की ओर जा रहा था, तब अज्ञात बदमाशों ने उसे लूटने की कोशिश की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब शैलेंद्र ने लूटपाट का विरोध किया, तो हमलावरों ने उसके सीने और पेट पर बेरहमी से चाकुओं से हमला कर उसकी जान ले ली। यह घटना इतनी भयानक थी कि शैलेंद्र का शव खून से लथपथ हनुमानगढ़ी मंदिर के पीछे के जंगल में पड़ा मिला।
मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम की कार्रवाई
हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। एसपी डॉक्टर प्रवीन रंजन सिंह और एडीशनल एसपी दक्षिणी प्रवीण रंजन सहित पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर तुरंत मुआयना किया। फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया और सबूत जुटाए गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। अब पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है कि आखिर इस जघन्य हत्या के पीछे क्या कारण थे।
परिवार का आरोप: बबलू पर हत्या का शक
घटना के बाद मृतक शैलेंद्र के पिता शंभू दयाल ने हत्या का आरोप बबलू नामक व्यक्ति पर लगाया है। उनका कहना है कि बबलू ने शैलेंद्र पर गोली मारकर हत्या की है। हालांकि, पुलिस ने फिलहाल इस बात को नकारते हुए कहा है कि शैलेंद्र की हत्या किसी नुकीले हथियार से की गई है, और हत्या की असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।
घटना ने इलाके में फैलाई दहशत
इस निर्मम हत्या के बाद पूरे नैमिषारण्य क्षेत्र में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों के बीच डर और गुस्से का भाव है, क्योंकि यह इलाका तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है, और ऐसी वारदात ने उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इलाके में पहली बार इस तरह की घटना नहीं हुई है, लेकिन शैलेंद्र की हत्या ने लोगों के बीच गहरी चिंता पैदा कर दी है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
फिलहाल पुलिस ने शैलेंद्र के पिता की तहरीर पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी प्रवीण रंजन सिंह ने बताया कि फॉरेंसिक जांच के बाद ही हत्या की पूरी जानकारी सामने आ पाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए पुलिस तेजी से काम कर रही है।
पुलिस का मानना है कि इस हत्या के पीछे लूट का ही मकसद हो सकता है, लेकिन मामले की जांच की जा रही है कि और कौन से कारण हो सकते हैं। इसके साथ ही पुलिस ने यह भी कहा है कि हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार की सही जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल सकेगी।
शैलेंद्र की जिंदगी और संघर्ष
शैलेंद्र कुमार, जो कि एक मेहनती और साधारण परिवार से था, अपने परिवार का पेट पालने के लिए सीतापुर के नैमिषारण्य में ऑटो चलाता था। उसकी जिंदगी संघर्षों से भरी थी, लेकिन उसकी अचानक और बेरहमी से की गई हत्या ने उसके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। शैलेंद्र के परिजनों के लिए यह एक बेहद दर्दनाक क्षण है, और वे न्याय की उम्मीद में पुलिस से गुहार लगा रहे हैं।
पुलिस पर भरोसा और चुनौतियाँ
इस घटना के बाद पुलिस की चुनौती बढ़ गई है। एक तरफ परिवार वालों का आरोप है, वहीं दूसरी ओर पुलिस के पास अज्ञात हमलावरों का पता लगाने और हत्या के पीछे के मकसद को उजागर करने का काम है। इलाके में सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं, और पुलिस पर जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाने का दबाव है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
अपराध विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की वारदातें उन इलाकों में ज्यादा होती हैं, जहां पुलिस की गश्त कम होती है और अपराधियों को मौका मिलता है। नैमिषारण्य, जो एक पवित्र और तीर्थ स्थल है, वहां इस तरह की वारदातें बेहद चिंता का विषय हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पुलिस को ऐसे संवेदनशील इलाकों में गश्त और निगरानी बढ़ानी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
सीतापुर में ऑटो चालक शैलेंद्र की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना केवल एक हत्या तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे जुड़ी सुरक्षा और पुलिस की जवाबदेही पर भी गंभीर सवाल खड़े होते हैं। पुलिस की जांच जारी है, और उम्मीद है कि इस सनसनीखेज हत्या के अपराधी जल्द ही पकड़े जाएंगे और शैलेंद्र के परिवार को न्याय मिलेगा।
इस घटना से यह भी स्पष्ट है कि यूपी में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं, और ऐसे मामलों से निपटने के लिए पुलिस और प्रशासन को अपनी तैयारियों को और मजबूत करना होगा।