पर प्रकाश डाला गया
- बिक्री में मात्रा घटेगी। मूल्य के हिसाब से बिजनेस घटेगा।
- त्योहारों पर कुल खरीद का आंकड़ा बढ़ा।
- बिक्री के आयतन यानी मात्रा में कमी हो सकती है।
नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। मुस्लिम सप्ताह के पहले ही दिन सोमवार को सोने के मसाले में उछाल आया। व्यापारिक सर्राफा बाजार में सोना (24कैरेट) का दाम 80 हजार रुपए प्रति दस ग्राम के पार पहुंच गया। सोना बाजार में 80,150 रुपए प्रति दस ग्राम बिका। बाज़ार और ऑनलाइन शॉपिंग के लिए यह बड़ा झटका है।
पूर्वी दीपावली पूर्व सोना और बस्ती में सबसे बड़ा पुजारी पुष्य नक्षत्र धनतेरस बंद है। सोने के वॅलेज दाम आम वॅनेज की जेब पर लोड उनकी खरीद सीमित कर सकते हैं।
मूल्य निर्धारण में बढ़ोतरी से त्योहारों पर कुल खरीद का आंकड़ा तो बड़ा है लेकिन बिक्री के दायरे में मात्रा में कमी आ सकती है।
शनिवार के मसाज से तुलना की जाए तो सोने के दाम में 350 रुपये प्रति दस ग्राम की तेजी आई है। लेकिन अक्टूबर के 20 दिनों में ही सोना 2600 रुपये से भी ज्यादा बढ़ गया है।
अंतर्राष्ट्रीय कारण
- कीमती सामान में दाम बढ़ने की गवाहियां तेज करने के लिए पीछे की ओर अंतर्राष्ट्रीय बाधा मुख्य रूप से जिम्मेदार है।
- होटल के बुलियन व्यापारी नीलेश सारदा के अनुसार वैश्विक स्तर पर जारी संघर्ष ईरान-फिलिस्तीन और इजराइल की लड़ाई में दुनिया भर में सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ रही है।
- ऐसे में सोने-आवास में निवेशक बहुमत बना रहे हैं और इसके दाम बढ़ रहे हैं।
- विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका में राजनीतिक और आर्थिक मजदूरों के लिए भी कीमती सामान का काम कर रही है।
- वहां के चुनावी मुकाबले में अमेरिकी और यूरोप के केंद्रीय बैंकों के साथ ब्याज ब्याज दरों में कटौती कर रही है। इससे भी सोने-आवश्यक भाव बढ़ रहे हैं।
- चीन की इंडस्ट्री से आने वाले पॉजिटिव आंकड़े भी सोने की मांग में व्यापारी का संकेत देते हुए दम बढ़ाने में सहयोग कर रहे हैं।