पर प्रकाश डाला गया
- प्रस्तावित माधवा टाइगर रिज़र्व के बाहरी एयरपोर्ट
- हवाई यात्रा से टाइगर रिज़र्व के विशाल को सुविधा
- रेलवे लाइन के कारण गुपचुप हवाई पट्टी की शेष राशि नहीं
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : शिवपुरी में माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व बनाने के साथ ही एयरपोर्ट भी बनाया जाएगा। केंद्र सरकार ने शिवपुरी में ही इस टाइगर रिजर्व के बाहर एयरपोर्ट बनाने का भी प्रयास किया है। इससे संबंधित ऑब्जेक्टिव के हवाई मार्ग से टाइगर रिजर्व आने में सुविधा होगी।
मंत्री सेंट्रल रिएल्च के अवशेष के साथ उनके पिता माधवराव अवशेष का नाम माधव टाइगर रिजर्व मूर्तिरूप है तो वहीं यहां के लिए आते हैं और थिएटर के लिए हवाई सेवा भी उपलब्ध कराएंगे। बताएं कि यहां से मूल सदस्य भी हैं।
रीजनल इलेक्ट्रानिक स्कॉब्स के तहत यात्री पेटेंट का ऑपरेशन किया जाएगा
शिवपुरी हवाई पट्टी पर एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया (एएएआई) एयरपोर्ट बनायागा। यहां रीजनल एयर स्कीम स्कॉच के तहत यात्री पेटेंट का ऑपरेशन होगा। राज्य सरकार के पास शिवपुरी हवाई पट्टी का स्वामित्व है और बदले में राज्य सरकार को हवाई पट्टी के उपयोग का स्वामित्व भी मिलता है, लेकिन हवाई अड्डे का अधोसंरचना विकास और रीजन एयर स्केट स्की के तहत यात्री आपत्ति का ऑपरेशन हवाई पट्टी अथारिटी ऑफ इंडिया ही चाहता है। वर्तमान शिवपुरी हवाई पट्टी करीब नौ सौ मीटर लंबी है। हवाई अड्डे के हवाई अड्डे के लिए बड़े पैमाने पर उड़ान की पुष्टि और लैंडिंग के लिए लगभग 1800 मीटर लंबा बनाया गया।
रेलवे लाइन होने के कारण एएआइ को नहीं देगी गोंद हवाई पट्टी
राज्य सरकार की ओर से गुना जिले की हवाई पट्टी के लिए भी एयरपोर्ट अथारिटी ने भारत को एक प्रस्ताव दिया था, लेकिन हवाई पट्टी के करीब ही रेलवे लाइन होने के कारण एयरपोर्ट अथारिटी ने गुना हवाई पट्टी नहीं ली और इस हवाई पट्टी के विस्तार में बाधाएं आ गईं। जाओ।