पर प्रकाश डाला गया
- सीजन से अब तक की कीमत 500 से 700 रु. निजीकरण की गति तेज हो गई है।
- यहां एट्रेस का रेट भी 32 से 36 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।
- गेहूं के रेट से बढ़ोतरी पर रोक लगाने के लिए सरकार ने स्टैक सीमा निर्धारित की है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, मप्र गेहु रेट। डील्स डेज़ कृषि उपज मंडी में बिक्री के दौरान 3601 रुपये तक पहुंच गए। इस सीज़न से अब तक के रिकार्ड भाव पहचाने जा रहे हैं। सोयाबीन की आवक तो बढ़ी, लेकिन भाव में तेजी नदारद है। इस साल उद्योग के भाव तेजी से बढ़ रहे हैं।
कुछ दिन पहले टोक्यो 2020 में लोकवन बोर्ड का भाव 3601 रु. दर्ज किया गया। पूरा ग्लास चमकने वाला 2998 अनमोल तक बिका हुआ है। मिल गुणवत्ता वाली वस्तुओं की मांग मजबूत है। आटा मैदा मिल वालों की लेवाली बनी हुई है। मंडी में 2700 से 2800 रु. ऑफ़लाइन तक बिका हुआ है।
होटल के रेट में 500 से 700 रुपये की तेजी
सीजन से अब तक की कीमत 500 से 700 रु. निजीकरण की गति तेज हो गई है। ट्रस्ट की तेजी का असर आम स्टूडियो पर भी देखने को मिला। आटा 32 से 36 रु. बच्चे तक मिल रहा है। हालाँकि ट्रस्ट की तेजी को रोकने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। स्टॉक सीमा लागू कर दी गई है। उत्पाद पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। फिर भी तेजी से जारी है। इसका कारण दस्तावेज़ों की काफी कमी है।
मांग के अनुरूप आपूर्ति नहीं हो पा रही है। रबी के सीजन में कच्चे माल के बिजनेस की मांग भी मजबूत है। ऐसे में सरकार के उपाय लाभकारी सिद्ध हो रहे हैं।
सोयाबीन अवाक 9000 बोरी पर भाव यथावत
अन्नदाताओं को बिल के भाव भले ही काफी अच्छे मिल रहे हैं, लेकिन गोल्ड फ़सल सोयाबीन के भाव नहीं मिल पा रहे हैं। शनिवार को मंडी मार्केट में सोयाबीन की आवक करीब 9 हजार बोरी की रही। हालाँकि शुक्रवार को अवाक का पात्र 13 हज़ार बोरी तक छू गया था। किसानों को 4 हजार से 4,700 रुपये का ऑफर मिला।
सोया प्लांट वालों के पास 4650 रुपये की संपत्ति है
ज्यादातर सोयाबीन के भाव 4200 से 4500 रुपये के दाम पर रह रहे हैं। सोया प्लांट वालों के पास 4650 रुपये की कीमत है। बिजनेस करीब 4 करोड़ का रह रहा है। जिले में अच्छे ही किसानों का उत्पादन काफी कम हो रहा है, लेकिन सोपा के अनुसार इस साल देश में सोयाबीन का उत्पादन पिछले साल से ज्यादा है। आगामी दिनों में 200 रुपये के बंपर अवाक होने की धारणा है। इन दिनों अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सोया खली में मंदी बनी हुई है।
कृषि मंडियों में दीपावली पर 6 दिन की छुट्टी
कृषि उपज मंडी में इस सप्ताह के बाद दीपावली अवकाश शुरू हो जाएगा। व्यापारी संघ ने 29 अक्टूबर से 3 नवंबर तक दीपावली अवकाश पर रोक का निर्णय लिया है। 4 नवंबर, सोमवार को सुबह 9 बजे शुभ बाज़ार में बाज़ार का आयोजन होगा। इसके पूर्व दीपावली मिलन समारोह, अन्नकूट का आयोजन किया गया है। साथ ही जाएँ तिलकेश्वर गिरजाघर पर भी जाएँ अन्नकूट।
व्यापारी संघ के अध्यक्ष जनरल अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार को व्यापारी संघ कार्यकर्ता की बैठक आयोजित की गई। जिसमें एक नवाचार की शुरुआत के तहत 4 नवंबर को भगवान गणेश के मंदिर में गणेश जी की महाआरती के साथ अन्नकूट रखा गया है।
इसके बाद व्यापारी किसान हम्माल साथियों के लिए भंडारे का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें करीब एक हजार से हजारों लोग शामिल हुए। इवेंट के लिए विभिन्न उद्यमों का गठन भी किया गया।