पर प्रकाश डाला गया
- रोशनपुरा चौक पर एकजुट कांग्रेसियों ने चार घंटे का जुलूस निकाला
- कमल नाथ और विपक्ष सिंह समेत कई दिग्गज नेता शामिल हुए।
- कांग्रेस की महिला उत्सवियों ने चित्रांकन किया। सरकार को घेरा.
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ने का आरोप लगाते हुए इसके विरोध में प्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े नेता शनिवार को राजधानी में एक मंच पर आए। विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार सभी एक साथ तो दिखे, लेकिन कुछ ही पलों के लिए। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ लगभग एक घंटे ही शामिल हैं, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और केंद्रीय मंत्री अरुण यादव सहित अन्य नेता पूरे समय उपस्थित रहे।
महिला नेत्रियों ने किया नजारा
पार्टी के नेता मुकेश नायक ने इस मामले में स्क्रीनशॉट लेते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि कमल नाथ जी की पत्नी कम हो गई हैं, इसलिए वह जल्दी चले गए। भोपाल में रोशनपुरा प्रकाशन पर दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक आयोजित होने वाला प्रवचन कार्यक्रम एक घंटे पहले ही समाप्त हो गया। उपवास को कम्युनिस्ट पार्टी की महिला उत्सवियों ने ही दर्शाया। प्रदेश कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे ‘बेटी बचाओ अभियान’ की कड़ी में यह पदयात्रा की गई।
महिला अपराध पर सरकार को घेरा
कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि निर्दोषों और महिलाओं के यौन शोषण की घटनाओं को रोका नहीं जाए तो कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी। पूर्व मिनिमलिस्ट नटराजन ने कहा कि महिलाओं के साथ हो रही घटनाएं अत्यंत प्रभावशाली हैं। प्रदेश सरकार के मुखिया इन संस्मरणों पर मौन बैठे हैं। पूर्व मंत्री डा. विजय लक्ष्मी साधौ ने कहा, महिलाओं, महिलाओं के साथ अपराध के मामले में प्रदेश गढ़ बन गया है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था के नाम की कोई चीज़ नहीं मिलती। मप्र महिला कांग्रेस की अध्यक्ष विभा पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री की नाक के नीचे भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
उपवास में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश महासचिव महासचिव सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, राष्ट्रीय सचिव संजय दत्त, आनंद चौधरी, कांतिलाल भूरिया समेत कई नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।
मजहब के आँकड़े का ज़िक्र
मीडिया से बातचीत में कमल नाथ ने कहा कि महिलाओं और अपराधियों के खिलाफ हो रहे अपराध को लेकर सरकार को घेरा जा रहा है। कहा कि महिलाओं और बच्चों से अविश्वास के मामले में मध्य प्रदेश देश में तीसरे नंबर पर है। इलिनोइस सिंह ने कहा कि महिलाओं और गरीबों की सुरक्षा किसी भी राज्य सरकार की सर्वोच्च जिम्मेदारी होनी चाहिए। मध्य प्रदेश में ऐसा लगता है कि पहले शिवराज सिंह चौहान सरकार में थे और अब डॉ. मोहन यादव की सरकार में बेटियां लगातार बनी हुई हैं। महिला सुरक्षा के मामले में जब सरकार की ओर से बात सामने आती है तो उस पर कार्रवाई करने की बजाय बीजेपी के नेता कुतर्क करने पर सबसे ज्यादा ध्यान देते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जो स्वयं भी संदिग्ध हैं, उन्हें अब कोरी बयानबाजी में हो रही महिलाओं पर अत्याचार के मामले में सख्त कदम उठाना चाहिए।