पर प्रकाश डाला गया
- “केंटेंट क्रेडेंशियल्स” नामक तकनीक टेंपरिंग को पहचानना है।
- C2PA मेटाडेटा विज्ञापन सिस्टम में नई तकनीक को जोड़ा जाएगा।
- यूट्यूब पर वीडियो की उत्पत्ति की जानकारी मिलेगी।
प्रौद्योगिकी, कार्यालय। आर्टिफ़िशियल इंडेलिज़ेन की लगातार बढ़ती जा रही है। होटल से बने सामान और डीपफेक के मामलों ने लोगों को चकमा दे दिया है। ऐसे में Google एक नया टूल लेकर आया है, जिससे इस खतरे से बचा जा सकता है। होटल जेनर द्वारा निर्मित फोटो प्रॉम्प्ट का उपयोग कर बनाया गया है।
नई तकनीक सर्वाधिक सुरक्षित
गूगल ने बढ़ते खतरे को कम करने के लिए सबसे पहले सबसे सुरक्षित तकनीक के साथ होटल जनर की रेटेड इमेज बनाई है। इसका नाम क्रेडेंशियल्स रखा गया है। यह किसी भी तरह की टेंपरिंग को अपवित्रता के लिए अत्यधिक प्रभावशाली बनाता है। इस टूल के माध्यम से होटल ईमेल को Google लेबल करें।
होटल इमेज की ऐसे करें पहचान
Google ने जानकारी दी है कि आपको फोटो की जानकारी के लिए Google Images, लेंस और सर्कल पर सर्च करने के लिए इमेज के फ्रेम क्रेडेंशियल में जाना होगा। आसान भाषा में आप किसी भी फोटो के बारे में जानेंगे, तो आपको यह जानकारी मिल जाएगी कि किसी भी टूल के जरिए इमेज बनाई गई है।
Google अपने विज्ञापन सिस्टम में C2PA मेटाडेटा को जोड़ने की योजना बना रहा है, जिससे उपभोक्ता को कंपनी के उद्यमियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके। इस नई पहल के तहत Google YouTube पर भी उपभोक्ताओं को C2PA डेटा प्रदान करना होगा। यह जानकारी वीडियो की उत्पत्ति को स्पष्ट करती है। इसमें बताया गया है कि वीडियो कैमरे से शूट किया गया है या डिजिटल तरीके से तैयार किया गया है। इससे उपयोगकर्ता को वीडियो की कहानी को समझने में मदद मिलेगी। वे बेहतर निर्णय लेते हैं। इस नए टूल के माध्यम से Google के पास अधिक समर्थन और सुरक्षा प्रदान करने की सुविधा उपलब्ध है, जिससे ऑनलाइन सामग्री की पहचान करना आसान हो जाएगा।