Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

बालोद में बेटे पर पुलिस ने की कार्रवाई तो पिता को लगा सदमा, ब्रेन हेमरेज की मौत, डॉक्टर पर लगाया आरोप

13 10 2024 balod incident
अविश्वासियों और समर्थकों ने थाने का प्रतिबंध लगाया

पर प्रकाश डाला गया

  1. वैद्य चंदेल पर डॉक्टर से अरेस्ट का आरोप, पुलिस ने किया गिरफ्तार।
  2. गुंडरदेही के प्रमुख और अवशेष ने शव के साथ अर्जुंदा थाने की मुहर लगा दी।
  3. पुलिस ने 7 दिनों तक मामले की जांच और कार्रवाई का निर्देश दिया।

बालोद. छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के अर्जुंदा थाना क्षेत्र में एक किशोर वाली घटना सामने आई है, जहां डॉक्टर से लेकर गांव के किराएदार चंदेल के पिता किशोर सिंह चंदेल की ब्रेनहेमरेज से मौत हो गई। इस हादसे के बाद बेटे पर पुलिस कार्रवाई हुई। बेटे के पिता और कथित पुलिस प्रताड़ना के पिता फ़्रैंचाइज़ी में थे, जिससे उनकी बेकारी बेकार हो गई। पहले उन्हें राजनंदगांव और फिर रायपुर में इलाज के लिए भर्ती किया गया था, लेकिन उनकी हालत ठीक नहीं हुई और रविवार को उनकी मृत्यु हो गई।

मौत की खबर के बाद सोलो ने गुंडरदेही नेता कुँवर सिंह निषाद के साथ मिलकर अर्जुंदा थाने के सामने शव को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान जर्नल्स ने आरोप लगाया कि स्पेशियलिटी चंदेल को ग़ैरमन्दगी के मामले में फंसाया गया था और पुलिस ने उसे जेल में डाल दिया था और किशोर सिंह को ब्रेन हेमरेज़ के पास ले जाया गया था, जिससे उसकी जान चली गई।naidunia_image

शराब के नशे में किया गया था हमला

घटना की शुरुआत 15 सितंबर 2024 की रात हुई थी, जब अर्जुंडा के अस्पताल में डॉ. लेखराम कोसरे पर सूर्यकांत शर्मा, सीबीडी चंदेल और सन्नी तिवारी ने शराब के नशे में हमला किया था। चौथे ने डॉक्टर और ड्रेसर के साथ गली-व्यास और रेस्तरां की थी। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ नामजद चंदेल को जेल भेज दिया था।

इस घटना के बाद, मनोचिकित्सक चंदेल के पिता, किशोर सिंह चंदेल, इस कृत्य से बेहद परेशान हो गए थे। बेटे की नौकरानी और उस पर हुए अत्याचार से वो तनाव में आ गए। पुलिस की कार्रवाई में उन्हें ब्रेन हेमरेज ने गोली मार दी, जिसके बाद उनकी स्थिति गंभीर हो गई।naidunia_image

पुलिस पर आरोप

रविवार को किशोर सिंह की मृत्यु के बाद, सोलो और प्रमुख कुँवर सिंह निषाद ने अर्जुंदा स्टेशन को ख़त्म कर दिया। उनका आरोप था कि वैयक्तिक को बंधक बनाने का आरोप लगाया गया था और पुलिस ने उसे अपने साथी के साथ रखा था, जिसके कारण उसके पिता को गहरी सदमा लगी और उसकी मृत्यु हो गई।

घटना की जानकारी शामिल है, यहां शामिल हैं स्पाइसल एसपी अशोक जोशी और स्पेशियलिटी देवांशी रायटर माचिस और डेमोसिलेशन से बातचीत की। इस दौरान तीन सिपाहियों, सहायक विश्वजीत मेश्राम, प्रधान रक्षक रक्षक भंडारी और रक्षक पुराणिक साहू को लाइन अटैच किया गया और मामले की जांच के लिए 7 दिन का समय दिया गया।