पर प्रकाश डाला गया
- रियलिटी काजी ने कहा, ‘नामित से गरबा ना जाने की अपील।’
- हिंदू आस्था के चर्च के कारण अपील की गई।
- गरबा स्टार्टअप में प्रवेश के लिए आधार कार्ड आवश्यक है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, रिसॉर्ट। रियल एस्टेट शहर काजी ने दादी से गरबा कार्यक्रम में न जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्मावलंबियों की तरफ से आ रही मोनिका की ये अपील वाजिब है।
काजी अहमद अली ने फेसबुक, व्हाट्सएप पर गुजराती पत्र जारी किया है। उन्होंने अपील में उल्लेख किया है कि मुस्लिम समाजजन नवरात्रि पर्व में मेले में या गरबा देखने न जाएं।
गरबा में दर्शकों का देखा आधार कार्ड
असल में, इस बार नवरात्रि मेले में दुकान लगाने वाले और गरबा देखने वाले हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक पोस्टर जारी करते हैं। उनके साफा में कहा गया है कि वह गरबा पोर्टफोलियो में आने वाले लोगों का आधार कार्ड देखेंगे। उन्होंने गैर हिंदुओं को गरबा में शामिल होने के लिए कोई सलाह नहीं दी। उनका यह दावा इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है।
हिंदू के अनुयायियों के बाद लिया गया निर्णय
काजी अहमद अली ने कहा कि गरबे में मुसलमान आएंगे, तो हम मरेंगे। यह बयानबाजी ग़लत है। मैं इस तरह की सोच का व्यक्ति नहीं हूं। मैं हमेशा हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी की बात करता हूं। अब इस तरह की बात आ रही है तो मैंने सीएसपी को भी वीडियो भेजा कि यह किस तरह की बात हो रही है। उसके बाद मैंने तय किया कि मैं अपने लोगों को अपने घर में बैठने के लिए कहूँ।
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