नेपाल के पशुपतिनाथ दर्शन को गए डिंडौरी के सात, जबलपुर के छह और रीवा के चार लोग कठमांडू में घूमे, होल नोटलाइन नंबर जारी

जिला प्रशासन कॉन्स्टिट्यूशन अपना संपर्क बना रहा है लेकिन नहीं पा रहा है।

पर प्रकाश डाला गया

  1. बारिश के कारण मलाशय और भूसंवेदन होता है।
  2. भूसंवेदना से पशुपतिनाथ मार्ग की सड़क भी।
  3. भारत सरकार से मदद की योजना है।

नईदुनिया, जबलपुर(जबलपुर समाचार)। भारत के पड़ोसी नेपाल में इम्प्लांट के बाद इन्वेस्टर्स का महौल है। वडोदरा प्रदेश के डिंडोरी के सात, छह जबलपुर और चार रीवा के लोग काठमांडू में घूमे हुए हैं। सभी लोग काठमांडू पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए गए थे। वहां पर प्यारे होने की सूचना मिल रही है। पशुओं के बरसाती बुखार और भूसंवेदन सेपतिनाथ मार्ग की सड़क बह गई है। हेललाइन नंबर जारी किए गए, रेजिना संपर्क जानकरी ले सकते हैं। जिला कंट्रोल रूम जापानी 0761-2623925 और अधिकारी फ़ोर्स फ़ोर्स सिंह (संयु फ़ोर्स कल रिलेर) 9713813496 है।

कई देशों के पर्यटक वाहन भी शामिल हैं

कई देशों के पर्यटक वाहन भी शामिल हैं। मेहदवानी के ग्राम कठोतिया निवासी 7 लोगों ने भारत सरकार से की मदद की मदद। निरीक्षण काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास से कोई मदद नहीं मिल पाई है। संपर्क करने का प्रयास जारी है।

जबलपुर के छह लोग काठमांडू शहर में

जबलपुर जिले के छह लोग नेपाल के काठमांडू शहर में पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन के लिए गए थे। वहां पर आवेदन होने के बाद वहां के जिला प्रशासन कॉन्स्टिट्यूशन अपने संपर्क बना रहे हैं लेकिन नहीं पा रहे हैं। परिवार की जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराया जाएगा। नेपाल जाने वाले यात्रियों के नंबर श्रीखूब चंद साहू डिंडोरी, राकेश बड़गैया जबलपुर सभी कुशल हैं। नेपाल के मारवाड़ी मन्दिरों में रिकार्ड हैं।

मधुमेह के साथ-साथ मसूड़ों के पानी में टूट गए पुल-पुलिया

भगवान पशुपतिनाथ जी के दर्शन करने नेपाल के सात जिलों के सात लोग नेपाल में घूमे हुए हैं। यहां पर मूत्रत्याग के साथ-साथ मूत्रवर्धक भी दिया जाता है। पिछले चार दिनों से रोड मार्ग काठमांडू बाधित है। सिंध बंद होने से जिले के मेहंदवानी विकासखंड अंतर्गत ग्राम सरसी और कठौतिया निवासी सात लोग नेपाल में ही छुपे हुए हैं। महेन्दवानी ब्लेक कांग्रेस के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद साहू अपने अन्य सहयोगियों के साथ किराए का चार पहिया वाहन लेकर नेपाल गए थे।

सभी लोग डिंडौरी से 26 सितंबर को नेपाल गए थे

काठमांडू पहुंचने से 60 किलोमीटर पहले ही भू-गर्भ और बाढ़ के मुख्य मार्ग का पुल बह गया था। सभी लोग इस स्थान पर फ़स गए थे। नेपाल सरकार की मदद से सभी को 2 दिन पहले तक हेलिकॉप्टर के कवर काठमांडू पहुंचा दिया गया था। वर्तमान स्थिति यह है कि वे लोग अपने वतन वापस नहीं आ पा रहे हैं। सभी लोग डिंडौरी से 26 सितंबर को नेपाल गए थे। सभी प्रभावित लोगों को भारत सरकार के दूतावास में ले जाया गया है।

आरोप है कि उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है

दुर्गा प्रसाद साहूकार के साथ संतोष साहू, कठौतिया निवासी प्रचुर चंद्र साहू, सरसी निवासी राजेश साहू, मेहंदवानी निवासी विनोद साहू सहित वाहन चालक दीपक मरावी और एक अन्य भी हैं। सभी ने भारत सरकार से मदद की मांग की है। सभी लोग धार्मिक स्थलों में शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी कोई बात नहीं सुनी जा रही है। सभी लोग परेशान हैं।

बाढ़ के ढांचे मुख्य मार्ग में बनी पुल के ढांचे बह गए हैं

नेपाल में रेशम के साथ-साथ बाढ़ के पानी के मुख्य मार्ग में बने पुल के टुकड़े बह गए हैं। पिछले चार दिनों से रोड मार्ग से नेपाल की राजधानी काठमांडू का संपर्क टूट गया है। सभी लोग हो रहे हैं। मोबाइल के माध्यम से नेपाल में प्यारे लोगों की मदद की जानकारी लगी हुई है। उन्होंने मंडला के क्षेत्रीय सांसद फग्गन सिंह से भी बात कर अपनी समस्या रखी है।

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