पर प्रकाश डाला गया
- कुसमी नदी मंदिर के पास एक हुआ था।
- लोग नदी में पानी के दावे तक नहीं जा रहे हैं।
- मुनादी करवा लोगों को सख्त निर्देश दिए गए।
नईदुनिया, सिंग्रामपुर दमोह(दमोह समाचार. कुसमी नदी के हरदुआ पुल पर देर रात एक नदी के पानी से बने बाहरी हिस्से वाला पुल ऊपर की ओर दिखाई दिया, पुल को देखने वाले लोगों ने वीडियो बनाया, नदी के किनारे के लोगों ने इसे गौर से देखा और वापस चला गया।
कुसमी नदी मंदिर के पास एक हुआ था
सिंग्रामपुर रेंज के कुसमी गांव के लोगों ने हरदुआ पुल पर रात्रि रैली रैली निकाली। कुसमी नदी मंदिर के पास एक चट्टान और दो नदियों में तैरते हुए अवशेष नीचे दिखाई दिए। पितृ पक्ष में जल तर्पण करने वाले लोगों को भी गंगा तट पर जल तर्पण करने का अवसर मिलता है।
कभी-कभी नदी से जुड़े तट पर बैठे दिग्भ्रमित होते हैं
स्थानीय पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि कुसमी नदी के हरदुआ, लामतरा और कुसमी के बीच-समुद्र तट पर करीब-करीब बराती की संख्या में छोटे-मोटे घोड़े हैं, जिनमें से एक नदी का शिकार है जो कभी-कभी समुद्र तट पर दिखाई देते हैं। तो नदी में तैरते हुए देखा जा सकता है, यहां नदी से रात तक नदी में पुल और सड़क पर भी चलती हुई दिखाई देती है।
गांव में मुनादी करवा कर लोगों को निर्देश दिए
सिगरामपुर रेंजर आश्रय उपाध्याय का कहना है कि इसकी जानकारी गांव में मुनादी करवा कर लोगों को नदी के आसपास के इलाकों में प्रतिबंधित करने के निर्देश के साथ मिली थी, ग्रामीण नहीं जाए और न ही अमीरों को शामिल किया जाए। रिवाइवल टीम और निरंकुश पर्यवेक्षक बनाए गए हैं लेकिन वर्तमान में नदी का संकट कम हो गया है और वर्तमान में नदी का संकट कायम है। रिवोल्यूशन की तस्वीरें गांव में रखेवा में दी गई हैं और अवशेष टीम के मूड में हैं।