भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल के बीच संभावित पुनर्मिलन पर पिछले साल से ही बातचीत चल रही है और जाखड़ की हालिया घोषणा कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात है, खासकर तब जब ऐसी खबरें आ रही हैं कि दोनों दलों ने लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर बातचीत की है।
पंजाब में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों पर मंगलवार को विराम लग गया, जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने घोषणा की कि भगवा पार्टी राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।
जाखड़ ने कहा, ‘‘यह निर्णय राज्य के लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं की राय के आधार पर लिया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा द्वारा किए गए कार्य किसी से छिपे नहीं हैं।’’
भाजपा पंजाब में अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ेगी।
यह एक अच्छा विकल्प है ਲੜਨ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ। pic.twitter.com/FbzfaePNj3
सुनील जाखड़ (मोदी का परिवार) (@sunilkjakar) 26 मार्च, 2024
पंजाब की 13 सीटों के लिए 1 जून को मतदान होगा।
भारतीय जनता पार्टी और शिअद के बीच संभावित पुनर्मिलन पर पिछले वर्ष से ही चर्चा चल रही है और जाखड़ की हालिया घोषणा कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात है, खासकर तब जब ऐसी खबरें आई हैं कि दोनों दलों ने लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर बातचीत की है।
2020 में कृषि कानूनों के पारित होने पर शिअद ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ लिया। 2019 के पिछले आम चुनावों में शिअद और भाजपा दोनों ने दो-दो सीटें जीती थीं।
जाखड़ ने आगे कहा, “करतारपुर कॉरिडोर, जिसके लिए लोग दशकों से अनुरोध कर रहे थे, वह भी वाहेगुरु के आशीर्वाद के कारण पीएम मोदी के तहत संभव हुआ।”