पर प्रकाश डाला गया
- कपिल के घर पर मना जश्न का जश्न।
- कपिल 80 प्रतिशत ब्लाइंड है।
- मप्र अकादमी में प्रशिक्षण लेना है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के प्रतिभाशाली जूडो कपिल परमार ने गुरुवार का इतिहास खिलाड़ी रचा है। उन्होंने पेरिस पैरालिंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। कपिल ने पुरुषों की जे1-60 किलोग्राम श्रेणी में कांस्य पदक के साथ ब्राजील के एलिटन डी ओलिवरिया को पछाड़कर यह सफलता प्राप्त की है। कपिल मूलतः सीहोर के निवासी हैं।
वर्ष 2009-10 में उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। कपिल 80 प्रतिशत ब्लाइंड है। उन्होंने इसके विपरीत रेनॉल्ड्स में जूडो को खेलना शुरू किया था। यह उनका पहला पैरालम्पिक है। अब तक 17 अंतर्राष्ट्रीय पहलवानों में भारत का प्रतिनिधित्व किया गया है। वे अब तक 08 स्वर्ण पदक सहित कुल 13 अंतर्राष्ट्रीय पदक जीत चुके हैं।
कपिल के घर पर मना भव्य जश्न
जैसे ही कपिल ने ब्राजील के खिलाड़ियों के खिलाफ मेडल का मुकाबला जीता, परिवार और गांव के लोगों ने जोरदार जश्न मनाया। मूर्तियाँ हुई, मिठाई और गुड़िया पर भव्य यार दोस्त थिरक्के। सभी को उम्मीद थी कि पेरिस देश में पदक पदक के लिए कांस्य पदक जीता जाएगा, इसके लिए पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई थी।
भोपाल में वैद्य भटेले ने दिया सहारा
कपिल राजधानी भोपाल साइन लालघाटी स्थित श्री ब्लिस मिशन फार पैरा एंड ब्राइट संस्था में 2017 से कोच भटेले के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त करने लगे। कुछ समय बाद उनके खेल में निखार आया और राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने लगे। इब्ने ने अपनी प्रतिभा को क्रोधित और कठोर परिश्रम की तरह बताया।
मप्र खेल अकादमी ने दी वॉल्टियां
मप्र खेल विभाग के तात्या टोपे स्टेडियम में ज्ञान जूडो का विशेष प्रशिक्षण लिया गया। मप्र अकादमी में कोच गीतिका पंत, गोविंद सिल्वर और एन.टी.डी. ने प्रशिक्षण दिया। गीतिका पंत ने बताया कि आज हमने सबने बड़ी स्कीन पर मुकाबला देखा। कपिल ने मेडल एनालॉग प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। अकादमी में आने के बाद कपिल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने लगे। कपिल ने पेरिस जाने से पहले नोएडा में स्थापित इंडियन ब्लाइंड एंड पैरा जूडो एसोसिएशन के कोच मुन्नवर अंजलि अली सिद्दकी के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
खेल विभाग में खुशी का माहौल, खेल मंत्री और खेल नेता ने दी बधाई
जब कपिल सावंत पदक के लिए मुकाबला खेल रहे थे तब टीटीनगर स्टेडियम में खिलाड़ी साते रोकर उनके मुकाबले देख रहे थे और भगवान से जीत की कामना कर रहे थे। खेल मंत्री विश्वास कैलाश सारंग और खेल अध्यक्ष रविकुमार गुप्ता ने कपिल को उनकी उपलब्धि पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि हमारे उम्मीदों पर खरा उतरना है, अकादमी में रहना उन्होंने बहुत मेहनत की और प्रशिक्षकों का भी बहुत योगदान है।