जोधपुर, 7 सितंबर। पंचायत चुनाव के नतीजों के तहत जोधपुर में कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा और लीला मदेरणा को जिला प्रमुख चुना गया। हालाँकि लीला के साथ मुन्नी देवी गोदारा को भी चिंता हो रही थी। उन्होंने नामांकन भी भरा था, और नाम वापसी के तय समय के बाद भी उनका वीडियो नहीं आया, जिसे लेकर एक बार के इंटरव्यू में भी तेजी आई थी, लेकिन बाद में सिल्विया से लीला मदेरणा को जिले के प्रमुख पद पर चुना गया। जब बन्दी बन्दी समाप्त हुई, तो कई राज भी सामने आये। जोधपुर जिले के प्रमुख चुनाव में भी भड़की दुकानें हुई थीं। ग्रांडे के अनुसार ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने सचिन खेमे में जाने की धमकी दी थी, जिसके बाद कांग्रेस अलाकमान कोबे्रसी में ज्ञान लीला मदेरणा के नाम पर ही मुहर लगानी पड़ी।
अधिकारियों के मुताबिक, उचियारदा के वेलकम होटल में कांग्रेस के जिला परिषद सदस्यों की डकैती हुई थी। यहां अंतिम वस्तु भी ढूंढी गई। सभी 21 दलों को लीला के पक्ष में वोट देने की बात कही गई। इस पर वहां मौजूद बद्रीराम जाखड़ ने विरोध जताया। तब सभी ने जाखड़ से कहा कि वह अगर साथ नहीं देती है तो अकेली रहती है। इस पर जाखड़ नाराज होकर टूटे हुए और कमजोर शरीर से अस्पताल में भर्ती हुए। फिर रणनीति तय कर बाकी हॉस्टल को जोड़ने की कोशिश हुई। इसमें मौजूद दस्तावेजों से यह भी जानकारी मिली कि ओसिया से विधायक दिव्या मदेरणा ने अपनी माता लीला को जिले के प्रमुखों के लिए दबाव बनाया था। जिसके बाद अलाकमान द्वारा लीला मदेरणा का नाम तैयार किया गया था।
उप जिला प्रमुख चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग
जोधपुर उप जिला प्रमुख चुनाव में क्रॉस वोटिंग का भी खुलासा हुआ है। जोधपुर में कांग्रेस के विक्रम सिंह विश्नोई 23 मत प्राप्त कर उप जिला प्रमुख बने हुए थे, जबकि कांग्रेस के कुल विधायकों की संख्या 21 थी। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी से 2 वोट कांग्रेस के खेमे में पड़े हैं। यह अलग बात है कि जिले के प्रमुखों के चुनाव में भी क्रॉस वोट का हल्ला हुआ था, जहां बीजेपी द्वारा 3 स्टूडियो को अपने पक्ष में बिठाने की बात सामने आई है। लेकिन यह बात भी स्पष्ट है कि कांग्रेस द्वारा भी भाजपा के वोट बैंक सेंधमारी की गई थी, जिसके कारण क्रॉस वोटिंग हुई और उसके बाद भी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया।
बीजेपी के पूर्व नेता पर हुआ हमला
लूणी के पूर्व विधायक जोगाराम पटेल पर मंगलवार को उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया गया। वे धावा पंचायत समिति समिति को मतदान केंद्र ले जा रहे थे। रास्ते में जाने के समय जोगाराम पटेल की गाड़ी छोड़ दी गई, जिससे जोगाराम पटेल भी शामिल हो गए। हालाँकि जोगाराम अभी स्वस्थ है। इसके अलावा ढावा में भी प्राथमिक उपचार किया गया, जिसके बाद एम्स ले जाया गया। अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। जोगाराम पर हुए हमलों के बाद बड़ी संख्या में भाजपा से जुड़े लोग और जोधपुर दक्षिण की भाजपा की महापौर वनिता सेठ असम और पूर्व विधायक कुशल क्षेम जानी।