पर प्रकाश डाला गया
- 102 डायरिया करने पर नहीं मिली स्टार्स की सुविधा।
- तुमनार उप स्वास्थ्य केंद्र का मेन गेट मिला बंद।
- ई मितानिन, पायलट ने मितानिन के साथ मिलकर प्रदर्शन किया।
दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था किस कीमत पर बनी हुई है, इसके आदर्श आय दिन समाचारों में रखे जाते हैं। ताजा मामला गुमलनार पटेलपारा का है, जहां पर पार्टिसिपेट पेंगर अटामी को पार्टिसिपेट करने के लिए 102 डायल किए गए लेकिन फिर भी स्पाइसर को नहीं भेजा गया, बल्कि उन्हें 112 में कॉल करने की सलाह दी गई।
प्रेक्षण के उद्देश्य से संजीवनी 108 को कॉल किया गया। लगभग आधे घंटे में यह टीम मितानिन सहित पहुंच गई। इसके बाद टीम ने गर्भवती महिला को आप स्वास्थ्य केंद्र रात एक बजे चेतावनी दी। लेकिन उस वक्त स्वास्थ्य केंद्र का मेन गेट बंद मिला और वहां कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था।
ई मितानिन, पायलट ने मितानिन के साथ मिलकर फिल्म की शूटिंग शुरू की
आखिरी 108 में मौजूद ई डेड डेडिकेटेड कुमार, पायलट अशोक सिंह ठाकुर, मितानिन और गंभीर महिला के पति घासीराम और सास-ससुर ने सामूहिक संजीवनी 108 के संस्थापक में ही नाममात्र की शुरुआत की। गनीमत रही कि कोई भी शानदार स्थिति नहीं हुई।
लेकिन प्रश्न यह है कि इस दौरान इन सेवाओं की आवश्यकता होती है। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि इन सर्विसेज़ के प्रति रेजियरें की दुकानें होती हैं और व्यवस्था में बड़ी खामियाँ देखी जाती हैं। जिले में नए सीएम पद की स्थापना के बाद व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जरूर जगी है, लेकिन अब भी लगातार स्वास्थ्य विभाग की बदहाली के मामले सामने आ रहे हैं।