पर प्रकाश डाला गया
- वर्ष का दूसरा सूर्य ग्रहण वलय ऑफ फायर होगा।
- सूर्य ग्रहण छह घंटे चार मिनट तक रहेगा।
- सूर्य द्वितीय ग्रहण भारत में नजर नहीं आने वाला है।
डिजिटल डेस्क, रेस्तरां। सूर्य ग्रहण 2024: वर्ष का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को स्थिर रहेगा। इससे पहले 8 अप्रैल को सूर्य ग्रह लगा था, जो अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, अटलांटिक, इंग्लैंड के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड में देखा गया था।
भारत में इफेक्टिव नहीं था। 2 अक्टूबर को लीज वाला सूर्य ग्रहण वलयकर ग्रहण होगा। इस दौरान रिंग ऑफ फायर नजर आती है, जो सात मिनट 25 सेकंड तक दिखाई देती है।
2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण दिखाई देगा
2 अक्टूबर 2024 को सूर्य ग्रहण की शुरुआत उत्तरी प्रशांत महासागर में हवाई के दक्षिण से होगी। यह दक्षिणी अटलांटिक महासागर में दक्षिण जॉर्जिया में समाप्त हो जाएगा। सूर्य ग्रहण जिस क्षेत्र से प्रारंभ होगा और समाप्त होगा। उन्होंने 14 हजार 163 किमी की यात्रा की।
रिंग ऑफ फायर की घटना दक्षिण अमेरिका में चिली और अर्जेंटीना के दक्षिण क्षेत्र में दिखाई दी। स्पेस डॉटकॉम के अनुसा, रिंग ऑफ फायर का सबसे अच्छा दृश्य रापा नुई नाम के सुदूर वोल्केनो द्वीप से सागा।
भारत में साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रह क्या है?
अप्रैल में लगा पहला सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आई थी। अब दूसरा ग्रहण भी नहीं दिखेगा, क्योंकि जिस वक्त सूर्य ग्रहण शुरू होगा, तब भारत में रात होगी। अमेरिकी अंतरिक्ष अंतरिक्ष एजेंसी नासा के यूट्यूब चैनल पर इस ग्रहण को लाइव प्रसारित किया जाएगा।
सूर्य ग्रहण के सूतक काल का समय
सूतक काल उस अवधि को कहा जाता है जब सूर्य ग्रहण लगता है। शास्त्रों के अनुसार, ग्रहणी में 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में नहीं देखा गया। इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा।
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