पर प्रकाश डाला गया
- रामघाट पर शिप्रा नदी में डूबने से युवक की मौत।
- धीरज ने तैरकर नदी पार करने की कोशिश की।
- काफी संकट के बाद शव नदी से बाहर चला गया।
नईदुनिया प्रतिनिधि, मज़हब। रामघाट पर शिप्रा नदी में डूबने से गुरुवार सुबह एक युवक की मौत हो गई। मृतक अपनी मां व भांजे के साथ राक्षस दर्शन के लिए आया था। रामघाट पर वह नहा रही थी। तैराक नदी पार करने के दौरान वह बीच में ही डूब गया। थोक विक्रेताओं ने शव को नदी से बाहर निकाला।
महाकाल पुलिस ने बताया कि 40 साल का धीरज अहिरवार राघोगढ़, गुना का रहने वाला था। वह अपनी मां विमलाबाई और भांजे सुदामा के साथ गुरुवार की सुबह मुसाफिर दर्शन करने आई थीं। यहां त्रिरामघाट पर शिप्रा नदी में स्नान कर रहे थे।
धीरज को तैरना आता था। संस्थान के दौरान धीरज ने अपने भांजे से कहा कि वह नदी पार करके आता है। वह बीच में ही डूब गया और नदी में डूब गया। सुदामा और उनकी मां ने समुद्र तट पर काम किया, तो देश भर में युवा नाव लेकर पहुंचे।
मगर, तब तक धीरज नदी में डूब गया था। संकट के एक घंटे बाद शव नदी से प्रस्थान। सुदामा ने पुलिस को बताया कि उसका मामा ड्रग लाया गया था, लेकिन उसका बच्चा नहीं था। वह मिस्त्री का काम करता था।
अनोखी जवानी ने कहा था
प्रोफ़ेसर के लड़ाकू जिले संतोष कुमार जाट ने बताया कि ड्यूटी पर मौजूद युवा छात्र कर रहे थे। धीरज तैरकर नदी पार कर रहा था। उसी दौरान एक युवक ने सिटी बजाकर उसे पार जाने से भी रोक लिया। मगर, उसने ऐसा नहीं माना था। यंग सिटी बाजार दूसरा घाट पर चला गया था। इसके बाद युवक डूब गया।
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