रांची। संतोष गंगवार (संतोष गंगवार) ने शनिवार सुबह झारखंड के 12वें राज्यपाल के तौर पर शपथ ली। झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री सोलोमन सोरेन (हेमंत सोरेन) ने उन्हें शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो, राज्य सरकार के कई मंत्री, विभिन्न आश्रमों के नेता, धार्मिक पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी और रेजिडेंसी लोग शामिल थे। गवर्नर संतोष गंगवार के परिवार के कई सदस्य भी इस गौरवपूर्ण क्षण के साक्षी बने। शपथ लेने के पूर्व संतोष गंगवार ने बिरसामुंडा स्मृति पार्क-सह-संग्रहालय धरतीआबा भगवान बिरसा मुंडा (भगवान बिरसा मुंडा) की प्रतिमा पर पुष्प निर्जीव कहा। संतोष कुमार गंगवार उत्तर प्रदेश की रेतीली संसदीय सीट से आठ बार न्यूनतम रह रहे हैं। वह केंद्र में अटल बिहारी पहलवान और नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री भी रह रहे हैं।
बीजेपी के कद्दावर नेता गंगवार को इस बार संसदीय सीट से पार्टी ने टिकट नहीं दिया था। इससे यह माना जा रहा है कि केंद्र सरकार अपनी कोई बड़ी भूमिका नहीं निभाएगी। जब राज्यपाल के रूप में उनकी वकालत की अधिसूचना जारी हुई तो उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे हमेशा बिना कुछ कहे दिया। अब राज्यपाल नियुक्त मेरे प्रति विश्वास व्यक्त किया गया है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी सितारा हूं। उन्होंने मेरे लिए जो नई जिम्मेदारी दी है, उस पर खरा उतरूंगा। संतोष गंगवार (संतोष गंगवार) झारखंड के 12वें राज्यपाल हैं। 15 नवंबर 2000 को राज्य गठन के बाद सबसे पहले राज्यपाल के रूप में प्रभात कुमार ने शपथ ली थी। उसके बाद विनोद चन्द्रपेण्डे, एम. रामा जोइस, वेद प्रकाश मारवाह, सैय्यद सिब्ते रजी, शंकर नारायणन, एबाथ फारुख, डॉ. सईद, अहमद द्रौपदी मुर्मू, रमेश बैस और सीपीकृष्णन इस पद पर रह चुके हैं।
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