मोहम्मद दैफ: हमास के सैन्य प्रमुख जिन्होंने मोसाद को 7 बार हराया, इजरायल द्वारा मारे गए | – Lok Shakti

मोहम्मद दैफ: हमास के सैन्य प्रमुख जिन्होंने मोसाद को 7 बार हराया, इजरायल द्वारा मारे गए |

इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच अब तक सैनिकों समेत करीब 2,000 इजराइली मारे जा चुके हैं जबकि 3,000 से ज़्यादा घायल हुए हैं। 7 अक्टूबर के आतंकी हमले के बाद हमास ने इजराइली सेना के अधिकारियों समेत 100 से 150 लोगों को बंधक बना लिया था। इजराइल गाजा में ज़मीनी कार्रवाई कर रहा है और हज़ारों हमास सैनिकों को मार चुका है। इजराइल का मानना ​​था कि मोहम्मद दीफ़ उसकी धरती पर सबसे बड़े आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था और अब उसने आखिरकार हमास के सैन्य प्रमुख को मार गिराया है। इजराइल मोहम्मद दीफ़ को नया ओसामा बिन लादेन कहता था।

इजराइल का मानना ​​है कि हमास का हमला मोहम्मद दीफ के इशारे पर किया गया था। कहा जाता है कि इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने 58 वर्षीय मोहम्मद दीफ को मारने की सात बार कोशिश की लेकिन हर बार नाकाम रही। मोसाद कई दशकों से मोहम्मद दीफ की तलाश कर रहा था लेकिन हर बार वह मोसाद के जाल से बच निकला। रिपोर्ट्स के मुताबिक मोहम्मद दीफ हमेशा व्हीलचेयर पर रहता था और गाजा में बनी भूमिगत सुरंगों के जाल में रहता था। इन सुरंगों की वजह से मोहम्मद दीफ हर बार मोसाद के हाथों से बच निकला। 1 अगस्त को आईडीएफ ने कहा, “हम अब पुष्टि कर सकते हैं: मोहम्मद दीफ को मार गिराया गया है।” इस बात की पुष्टि करते हुए कि वह खूंखार आतंकवादी को मारने में कामयाब रहा है।

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इजराइल-हमास युद्ध.. 1600 से अधिक लोगों की मौत गाजा में हमले की रणनीति-हमास की ‘कब्रगाह’ बनी ‘इजरायल’!

लाइव देखें @malhotra_malika @thakur_shivangi के साथ#ZeeLive #Israel #IsraelAtWar #Gaza #HamasTerrorists #HamasIsraelWar https://t.co/WIGuzXaPGO – ज़ी न्यूज़ (@ZeeNews) 10 अक्टूबर, 2023

इन सुरंगों के निर्माण में मोहम्मद देफ की भी बड़ी भूमिका थी। वह हर रात अपना ठिकाना बदलता रहता था और कभी एक जगह नहीं रुकता था। इजराइल के पास उसकी सिर्फ़ एक तस्वीर है। मोहम्मद देफ का जन्म एक शरणार्थी शिविर में हुआ था। उसने अपना नाम भी बदलकर ‘देफ’ रख लिया जिसका अरबी में मतलब ‘मेहमान’ होता है।

मोहम्मद दीफ़ का जन्म वर्ष 1965 में गाजा में हुआ था। उनके पिता का नाम मोहम्मद दीब इब्राहिम अल मसरी था। मोहम्मद दीफ़ हमास की सैन्य शाखा अल क़स्साम ब्रिगेड के कमांडर थे। वह अक्सर हमास के लड़ाकों को अपने रिकॉर्ड किए गए संदेश भेजते थे, जिसमें वे इसराइली लोगों की हत्या का आह्वान करते थे। मोहम्मद दीफ़ ने दुनिया के दूसरे देशों में अपने प्रशंसकों से हमास में शामिल होने की अपील की थी।