झारखंड सरकार ने भारतीय वन सेवा के 40 अधिकारियों का तबादला कर दिया है। इनमें से 14 अधिकारियों के वेतनमान में वृद्धि भी की गई है। मुख्य वन संंरक्षक एवं निदेशक जब्बर सिंह को रांची का क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक बनाया गया है। उनके पास बिरसा जैविक उद्यान का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा। इसके अलावा संजीव कुमार को झारखंड राज्य जैव विविधता परिषद का सदस्य सचिव बनाया गया है।
झारखंड सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने 40 अधिकारियों का तबादला किया है। इनमें से कई को वेतनमान की वृद्धि भी दी गई है। वेतनमान वृद्धि मिलने वाले अधिकारियों की संख्या 14 है। जब्बर सिंह को क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक रांची बनाया गया है। वे इससे पहले मुख्य वन संंरक्षक एवं निदेशक के पद पर थे।
जब्बर सिंह के पास बिरसा मुंडा जैविक उद्यान के निदेशक का अतिरिक्त प्रभार रहेगा। संजीव कुमार को झारखंड राज्य जैव विविधता परिषद का सदस्य सचिव बनाया गया है।
वहीं, स्मिथा पंकज को क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक जमशेदपुर के पद पर पदस्थापित किया गया है। उनके पास कार्य योजना अंचल जमशेदपुर का अतिरिक्त प्रभार रहेगा।
अरविंद कुमार को वन संरक्षक प्रादेशिक अंचल चतरा के पद पर तबादला किया गया है। रवि रंजन को अपर मुख्य वन संरक्षक कैम्पा रांची के पद पर पदस्थापित किया गया है।
दिलीप कुमार यादव को वन प्रमंडल पदाधिकारी खूंटी के पद पर लाया गया है। एनके सिंह को प्रधान मुख्य वन संंरक्षकं वन्य प्राणी बनाया गया है।
ऊर्जा विभाग में भी होंगे अभियंता प्रमुख, मानव संसाधन विंग का होगा विस्तार
झारखंड सरकार के ऊर्जा विभाग के मानव संसाधन विंग का विस्तार किया जाएगा। इसे संबंधित प्रस्ताव उर्जा विभाग ने तैयार किया है। इसपर मुख्यमंत्री की सहमति मिल गई है। इसे कैबिनेट के विचारार्थ प्रस्तुत किया जाएगा। अब विभाग में भी इंजीनियर इन चीफ का भी पद होगा। अभी तक यह पद नहीं था।
इसके अलावा, कई विंग का भी विस्तार होगा। हर जिले में एक-एक प्रशाखा कार्यालय होगा, जिसमें एक जूनियर इंजीनियर की तैनाती होगी।
ऊर्जा विभाग में अब तक केवल दो ही प्रमंडल रांची और धनबाद कार्यरत है। इसे बढ़ाकर चार किया जाएगा। जमशेदपुर और दुमका नया प्रमंडल होगा।
विद्युत निरीक्षणालय कार्यालय केवल एक रांची में है। इसे भी बढ़ाकर चार किया जा रहा है। अब जमशेदपुर, धनबाद और दुमका में भी इसका कार्यालय होगा।
अभी मुख्य विद्युत अभियंता सह मुख्य विद्युत निरीक्षक का एक ही पद है। इसे पृथक कर अलग-अलग किया जा रहा है। अब मुख्य अभियंता और मुख्य विद्युत निरीक्षक के पद अलग-अलग होंगे।
सहायक अभियंता पद 13 से बढ़ाकर 36 किया जा रहा है। इसी तरह कार्यपालक अभियंता का पद पांच से बढ़ाकर 12 किया जा रहा है। जेई का पद 20 से बढ़ाकर 28 किया जा रहा है।
विद्युत निरीक्षणालय में कनीय अभियंता के सभी पद समाप्त कर दिए गए हैं। इसमें सहायक अभियंता स्तर के पदाधिकारी ही कार्य करेंगे।