माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य एवं पूर्व सांसद वृंदा करात ने बांग्लाभाषी मुसलमानों से जुड़े मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बांग्लाभाषी मुसलमानों को बांग्लादेशी कहकर निशाने पर ले रही है। करात ने CM सोरेन से मुलाकात कर जमीन व खनिज लूट रोकने को भी कहा। वहीं विधानसभा चुनाव को लेकर भी वृंदा करात ने रणनीति पर बात की।
माकपा की पोलित ब्यूरो सदस्य सह पूर्व सांसद वृंदा करात ने मंगलवार को माकपा कार्यालय में प्रेस वार्ता कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उनके साथ पूर्व सांसद व माकपा के वरिष्ठ नेता रामचंद्र डोम, राज्य सचिव प्रकाश विप्लव भी मौजूद थे।
बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर वृंदा करात ने कहा कि केंद्र सरकार बांग्लाभाषी मुसलमानों को बांग्लादेशी करार दे रही है। ये मुसलमान भारत में 40-50 साल या इससे अधिक समय से रह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर देश में बांग्लादेशी घुसपैठ हो रहा है तो इसे रोकने के लिए केंद्र सरकार ने क्या कदम उठाया? सीमा पर तो केंद्र के ही जवान तैनात हैं और घुसपैठ रोकने की जिम्मेदारी तो उन्हीं की है।
‘भाजपा को गहरा धक्का लगा है’
वृंदा करात ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में आए परिणाम से भाजपा को गहरा धक्का लगा है। देश में महंगाई, जमीन घोटाला, कोयला घोटाला, बेरोजगारी की समस्या विकराल है। किसानों के साथ धोखा हो चुका है।
वृंदा करात ने की CM चंपई सोरेन से मुलाकात
झारखंड में कोयला खदान के साथ जमीन की हो रही लूट के मामले में वृंदा करात ने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से मुलाकात कर इसे रोकने का अनुरोध किया है। उन्होंने राज्य में महिलाओं से हो रही दुष्कर्म की घटनाओं पर चिंता जाहिर की है।
वृंदा करात ने कहा है कि उनकी पार्टी झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर रणनीति बनाएगी।