रांची – उपायुक्त, श्री लोकेश मिश्रा की पहल पर जिले में पहली बार सिकेल सेल एनिमिया से पिड़ित व्यक्ति को जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग, खूँटी के द्वारा स्वामी विवेकानन्द निःशक्त स्वावलम्बन प्रोत्साहन योजना के तहत पेंशन की स्वीकृति दी गई है। प्रथम चरण में खूँटी प्रखण्ड के 3, कर्रा 3, मुरहू 2, तोरपा 1 कुल 09 व्यक्ति शामिल हैं। इस योजना के तहत प्रति माह 1000 रू की राशि लाभुकों को आजीवन दी जाएगी। भविष्य में यदि सिकेल सेल एनिमिया से पिड़ित व्यक्ति की पहचान होती है तो उन्हें भी इस योजना से अच्छादीत की जाएगी।
जिले में अबतक कुल 99165 व्यक्तियों का सिकल सेल स्क्रीनिंग किया गया है जिनमें से कुल-114 सिकल सेल के Carrier पाये गये तथा कुल 46 व्यक्ति सिकल सेल एनिमिया-थेलेसिमिया रोग से ग्रसित पाये गये जिनमें से 9 व्यक्ति जो 40 प्रतिशत व इससे अधिक सिकल सेल एनिमिया-थेलेसिमिया रोग से ग्रसित हैं उन्हें दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार स्वामी विवेकानन्द निःशक्त स्वावलम्बन प्रोत्साहन योजना के तहत पेंशन दिया जा रहा है।
वर्तमान समय में जहां एक ओर स्वास्थ्य सुविधाओं से लोगों की जीवन प्रत्याशा बढ़ी हैं वहीं दूसरी ओर जनजातीय आबादी विभिन्न बीमारियों से ग्रसित है।
इनमें सिकल सेल एनीमिया के संबंध में लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। यह एक वंशानुगत रक्त संबंधी रोग है, ये विकारों का एक समूह है जो हीमोग्लोबिन के उत्पादन को प्रभावित करता है। गंभीर एनीमिया, पीलिया, विकास में देरी और संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। सिकल सेल अनीमिया एक गंभीर रोग है जिसके उपायों और उपचार की जानकारी सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है।
इसे लेकर जिले के सभी प्रखण्डों में सिकल सेल एनिमिया-थेलेसिमिया स्क्रीनिंग / जाँच शिविर का आयोजन किया गया था।
जिला स्तर से सिकल सेल मोबाईल मेडिकल वैन के द्वारा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार जाकर लोगों का सिकल सेल स्क्रीनिंग किया जा रहा है।
सदर अस्पताल, खूँटी में सिकल सेल एनिमिया रोग से ग्रसित व्यक्तियों को समुचित चिकित्सीय व्यवस्था उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सिकल सेल एनिमिया-थेलेसिमिया- डे केयर सेन्टर का संचालन किया जा रहा है। इसमें सिकल सेल एनिमिया-थेलेसिमिया से ग्रसित प्रतिमाह औसतन 15 व्यक्तियों को निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श, उपचार, दवादि एवं रक्त उपलब्ध कराई जा रही है।