क्रिकेट में एक बार मैच फिक्सिंग की खबर ने माहौल गर्म कर दिया है। टी20 वर्ल्ड कप 2024 में मैच फिक्सिंग का मामला सामने आया है जिसे आईसीसी ने जल्दी निपटा भी दिया है। युगांडा के एक खिलाड़ी से फिक्सिंग के लिए बार-बार संपर्क करने की कोशिश की गई। युगांडा के खिलाड़ी ने एसीयू अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी। जानें आईसीसी ने क्या एक्शन लिया।
क्रिकेट में भ्रष्टाचार लगातार खेल अधिकारियों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। टी20 वर्ल्ड कप 2024 में मैच फिक्सिंग की खबर ने माहौल गर्म कर दिया है। जानकारी मिली है कि केन्या के पूर्व खिलाड़ी ने मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में युगांडा के खिलाड़ी से संपर्क करने की कोशिश की। इस मामले को आईसीसी की भ्रष्टाचार विरोधी ईकाई ने आराम से निपटा दिया।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना गयाना में लीग चरण के दौरान मैच की है, जहां केन्या के पूर्व तेज गेंदबाज ने युगांडा के टीम सदस्य को अलग-अलग नंबर से बार-बार संपर्क करने की कोशिश की। आईसीसी के सख्त भ्रष्टाचार विरोधी प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए युगांडा के खिलाड़ी ने इस बात की जानकारी साइट के जरिये एसीयू अधिकारियों को दी।
दूसरी टीमों को किया सूचित
इस घटनाक्रम ने अधिकारियों को केन्या के पूर्व खिलाड़ी के खिलाफ सभी सहयोगी टीमों को सूचित करके लाल झंडा उठाने के लिए प्रेरित किया। पीटीआई को सूत्र ने कहा, ‘इसमें कोई हैरानी नहीं कि यह व्यक्ति युगांडा राष्ट्रीय टीम के सदस्य पर निशाना साध रहा था। बड़े देशों की तुलना में सहायक देशों के खिलाड़ी को संपर्क करना आसान है, लेकिन इस मामले में जिस खिलाड़ी से संपर्क किया गया, उसने आईसीसी को जल्द ही जानकारी दी।
आईसीसी की भ्रष्टाचार विरोधी संहिता के अंतर्गत भ्रष्टाचार की जानकारी आईसीसी तक नहीं पहुंचाना अपराध है। अन्य अपराधों में मैच फिक्सिंग, सट्टेबाजी, आंतरिक जानकारी का गलत उपयोग और जांच में सहयोग करने में विफलता शामिल है।
प्रोटोकॉल के तहत जांच
युगांडा ने अपने टी20 वर्ल्ड कप अभियान का अंत पापुआ न्यू गिनी पर जीत के साथ किया। इसके अलावा अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के हाथों उसे शिकस्त सहनी पड़ी। युगांडा ने अपने चार में से तीन मैच गयाना में खेले थे।
एक अन्य सूत्र ने कहा, ”खिलाड़ियों से हमेशा संपर्क किया जाता है। ज्यादातर छोटे देशों के खिलाड़ियों से संपर्क किया जाता है। टी20 वर्ल्ड कप जैसे बड़े इवेंट्स में ज्यादा सख्ती रखी जाती है और अगर आईसीसी एसीयू को इसकी जानकारी मिलती है तो फिर प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है और पर्याप्त जांच आयोजित की जाती है।
याद दिला दें कि 2011 वनडे वर्ल्ड कप में कनाडा के तब 20 साल के खिलाड़ी हमजा तारीक से कथित बुकी ने संपर्क किया था। खिलाड़ी ने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी थी।