भाजपा की समीक्षा बैठक में विधायक से धक्का-मुक्की करने का मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर थाने में भी शिकायत की गई है। बताया जा रहा है कि गोड्डा लोकसभा में भाजपा की जीत पर बैठक बुलाई गई थी। इस दौरान किसी बात को लेकर विवाद हो गया। देवघर विधायक ने कहा कि सांसद स्वयं को संगठन से ऊपर समझते हैं।
गोड्डा लोकसभा सीट पर भाजपा की जीत को लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक में धक्का-मुक्की हुई। देवघर विधायक नारायण दास और उनके समर्थकों के साथ यह घटना घटी। इसके बाद विधायक बिफर पड़े।
मीडिया को दिए बयान में विधायक ने कहा कि सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने कार्यकर्ताओं की बदौलत गोड्डा से चौथी बार जीत दर्ज की है, लेकिन सांसद संगठन से स्वयं को ऊपर मानते हैं। उनकी नजर में संगठन की बदौलत वह चुनाव नहीं जीतते हैं। विधायक ने कहा कि 2009 में जब सांसद चुनाव लड़ने आए थे।
उन्होंने आगे कहा कि उस दौरान मैं जिला मंत्री था। उनको कार्यालय तक नहीं मिल रहा था। चुनाव के दौरान उनके सारथी के रूप में काम किया, लेकिन सोमवार को प्रदेश के महामंत्री सह राज्यसभा सांसद आदित्य साहू व प्रदेश उपाध्यक्ष बालमुकुंद सहाय की उपस्थिति में मेरे साथ जो हरकत हुई वह शर्मनाक है।
आरोप लगाया कि सांसद ने बैठक में कुछ लोगों को भेजा था, जो पार्टी के कार्यकर्ता भी नहीं हैं। उन्हीं लोगों ने मुझे बैठक के दौरान गाली दी और कार्यकर्ताओं को मारा। साथ ही गोड्डा जिलाध्यक्ष संजीव मिश्रा के साथ भी तू-तू , मैं-मैं किया गया।
देवघर विधायक ने कहा कि उनके लोगों का आरोप है कि हमने काम नहीं किया। एक भी मंडल अध्यक्ष बताए कि उन्होंने किसको मना किया है। आखिर कैसे देवघर विधानसभा में लीड हो गया। प्रदेश के लोगों को संज्ञान लेने की जरूरत है।
क्या है मामला
भाजपा की समीक्षा बैठक कास्टर टाउन स्थित रिलेक्स होटल में होना तय हुआ था। गोड्डा लोकसभा सीट पर मिली जीत को लेकर समीक्षा बैठक की जा रही थी। उसी दौरान कथित रूप से सांसद के द्वारा भेजे गए लोग विधायक के साथ गाली गलौज करने लगे। साथ ही गोड्डा जिला अध्यक्ष संजीव मिश्रा के साथ भी गाली गलौज की।
वहीं, मोहनपुर प्रखंड के पूर्व उपाध्यक्ष देवाशीष चौधरी, महिला कार्यकर्ता के साथ जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए गाली-गलौज की गई, जबकि दूसरे पक्ष की ओर से विनिता पासवान ने विधायक सहित उनके समर्थकों के खिलाफ गाली-गलौज व छिनतई करने की शिकायत की है।
थाना में दर्ज कराई तीन अलग-अलग शिकायत
पहली शिकायत- मामले को लेकर नगर थाना में एक शिकायत मोहनपुर प्रखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बसडीहा निवासी देवाशीष चौधरी ने दर्ज कराई है। इसमें उन्होंने कहा है कि होटल महादेव पैलेस में भाजपा पार्टी की समीक्षा बैठक चल रही थी। वह स्थानीय विधायक नारायण दास से मिलने गए थे।
उसी दौरान जसीडीह थाना क्षेत्र के धरवाडीह निवासी निर्मल मिश्रा व गिधनी मोड़ निवासी राहुल तिवारी वहां पहुंचे और कालर पकड़कर मारपीट करने लगे। दोनों आरोपितों ने बड़े नेता बनने की बात कहते हुए मारकर फेंक देने की धमकी दी।
साथ ही अंजाम भुगतने की बात कहते हुए जातिसूचक शब्द का भी इस्तेमाल किया गया। पूरी घटना होटल में लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गई है।
दूसरी शिकायत- वहीं दूसरी शिकायत तीन महिलाओं ने दर्ज कराई है। कुंडा थाना क्षेत्र के कोरियासा मोहल्ला निवासी सुशीला देवी (पति अरुण दास) ,सुशीला देवी (पति स्व. बद्री रमानी) व रीता देवी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में जिक्र है कि पार्टी की समीक्षा बैठक होटल रिलेक्स में होनी थी।
विधायक नारायण दास से मिलने तीनों होटल महादेव पैलेस पहुंची थी। विधायक से मिलने के लिए तीन बरामदे में खड़ी थी। उसी दौरान अचानक धरवाडीह निवासी निर्मल मिश्रा ने तीनों महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगा। वहीं पछियारी कोठिया निवासी राहुल तिवारी जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए गाली गलौज करने लगा। –
तीसरी शिकायत- दूसरे पक्ष की विनिता पासवान ने शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उन्होंने कहा है कि होटल महादेव पैलेस में हुई समीक्षा बैठक के समाप्त होने के बाद वह प्रदेश से आए पार्टी के पदाधिकारियों से मिलकर अपनी बात रखने जा रही थी।
उसी दौरान देवघर विधायक नारायण दास अपने समर्थक देवाशीष चौधरी, चंदनाठाढ़ी मोड़ निवासी गौतम यादव, देवीपुर निवासी विकास यादव, मोहनपुर निवासी सुभाष यादव, देवीपुर निवासी मनीष कुमार चुन्नू, विकास वर्मा, त्रिलोचन दास, त्रिपुरारी दास, सुलोचना देवी सहित अन्य 10 पुरुष व 10-12 की संख्या में महिलाओं के साथ खड़े थे।
उ से देखते ही विधायक आग-बबुला होते हुए जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए गाली गलौज करते हुए अभद्र व्यवहार करने लगे। विधायक ने अपने समर्थकों को उसे धक्का मारकर बाहर करने को कहा।
विधायक ने उसके साथ धक्का-मुक्की भी किया। साथ ही उसके गले से तीन भर का सोने का चेन विधायक व उनके समर्थकों ने छीन लिया। उसी दौरान उसके समर्थक वहां पहुंचकर उसे बचाया।
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