1. 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 1 … जालंधर में 10 जुलाई को होने वाले मतदान को लेकर राजनीतिक गतिविधियां अत्यधिक सक्रिय हो गई हैं। इस बीच दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बड़ी खबर सामने आई है कि इस बार अकाली दल जालंधर पश्चिम में नहीं लड़ेगा। ये खबर स्रोत केतु से सामने आई है। इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
बेशक अभी तक किसी भी पार्टी की ओर से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ शिखर का सिलसिला जारी है।
इसके साथ ही अकाली दल के नेताओं पर भी कार्रवाई की जा सकती है। निराशाजनक यह है कि अकाली दल की ओर से अनुशासन समिति का पुनर्गठन किया गया है।
वहीं अकाली दल के चुनाव मैदान में उतरने की चल रही चर्चा पर वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने इनकार किया है। डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अकाली दल के चुनाव मैदान से पीछे हटने का कोई कारण नहीं है। आज शाम को स्थानीय स्तर पर अकाली दल नेतृत्व के साथ बैठक रखी गई है, जिसमें चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा पर चर्चा की जाएगी।
दलजीत सिंह ने कहा कि उनके गुरु प्रताप सिंह वडाला और महेंद्र सिंह केपी से बातचीत हुई है, जोकि आज शाम को खुलने के बाद पार्टी को सब बता दिया जाएगा। डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि स्थानीय नेतृत्व अच्छा मार्गदर्शन कर सकता है। कोर कमेटी की बैठक में यह भी कहा गया कि हम नतीजे पर पहुंचेंगे। एक-एक चुनाव कराने की बजाय 5 बार एक साथ करा लेना तो मुश्किलों को आसान होता है।