मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने गुरुवार को झारखंड मंत्रालय में रांची स्थित फ्लाई ओवर तथा अन्य शहरों की ट्रैफिक व्यवस्था से संबंधित पथ निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की। बैठक में उन्होंने सिरमटोली से मेकान तक बनने वाले फ्लाईओवर का निर्माण कार्य सितंबर माह के अंत तक पूरा कर लेने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया है।
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने गुरुवार को झारखंड मंत्रालय में रांची स्थित फ्लाई ओवर तथा अन्य शहरों की ट्रैफिक व्यवस्था से संबंधित पथ निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की। बैठक में उन्होंने सिरमटोली से मेकान तक बनने वाले फ्लाईओवर का निर्माण कार्य सितंबर माह के अंत तक पूरा कर लेने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरमटोली फ्लाईओवर रांची शहर की ट्रैफिक समस्या को नियंत्रित करने का एक बेहतरीन विकल्प है। इस फ्लाईओवर के निर्माण कार्य में विलंब नही होना चाहिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है कि रांची शहरवासियों को जल्द से जल्द ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाई जाए। पूरे राज्य में यातायात नियंत्रण हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।
केबुल स्टे पुल निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के समक्ष पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सिरमटोली से मेकान तक बनने वाले फ्लाईओवर की प्रगति की अद्यतन जानकारी रखी। मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि सिरमटोली से मेकान तक बन रहे फ्लाईओवर निर्माण कार्य में दो स्थान पर केबुल स्टे पुल बनना है। इस निमित्त रेलवे से सहयोग मांगा गया है। केबल स्टे पुल बनने वाले दो स्थानों को छोड़कर लगभग सभी कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। केबल स्टे पुल निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ हो सके इसके लिए रांची रेल मंडल के डीआरएम ने पूर्ण रूप से सहयोग देने की बात कही है।
रेलवे विभाग से निर्देश प्राप्त होते ही अतिरिक्त मानव बल लगाकर केबुल स्टे पुल निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
मौके पर रांची रेल मंडल के डीआरएम जसमीत सिंह बिंद्रा ने मुख्यमंत्री के समक्ष कहा कि राज्य सरकार एवं रांची रेल मंडल द्वारा आपसी समन्वय स्थापित कर जिन दो जगहों पर केबल स्टे पुल बनाया जाना है, वहां निर्माण कार्य सितंबर माह तक पूर्ण हो सके। इस निमित्त नियमसम्मत प्रविधानों के अनुसार सभी प्रक्रियाएं की जा रही है। जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ हो सकेगा।
विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य को आगे बढ़ाएं
बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव ने जानकारी दी कि मुख्य डाकघर डोरंडा के अधीन लगभग चार डिसमिल जमीन की उपयोगिता फ्लाईओवर निर्माण में होगी। इसके लिए पोस्ट मास्टर जनरल के साथ वार्ता हुई है। उन्होंने विभाग को हरसंभव सहयोग करने का भरोसा दिया है।
डाक विभाग द्वारा चार डिसमिल जमीन देने के बदले राज्य सरकार द्वारा उन्हें दूसरी जगह पर जमीन उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने पोस्ट मास्टर जनरल एवं राज्य सरकार के अधिकारियों से कहा कि डाक विभाग और पथ निर्माण विभाग आपसी समन्वय बनाकर इस समस्या का जल्द समाधान कर लें।इसके पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के समक्ष रांची एवं अन्य शहरों में ट्रैफिक समस्या के समाधान हेतु पथ निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों की जानकारी रखी गई।
पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि विभाग द्वारा रांची में इंटरनल रिंग रोड बनाने के प्रस्ताव पर काम शुरू हो चुका है। रांची में बनने वाले इंटरनल रिंग रोड की कुल लंबाई 52 किलोमीटर होगी। यह कार्य 11 खंडों में कई जानी है, जिसमें तीन विभागों की प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल चुकी है।
राज्य में 12 फ्लाईओवर बनाने की तैयारी
मुख्यमंत्री को विभागीय अधिकारियों ने अवगत कराया कि पूरे राज्य में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 12 फ्लाईओवर का निर्माण किए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।सरायकेला में दो और दुमका में एक फ्लाईओवर बनाया जाएगा, वहीं बाकी सभी फ्लाईओवर रांची में बनाए जाने का प्रस्ताव है।
मुख्यमंत्री के समक्ष पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव ने जानकारी दी कि राज्य के दुमका, डाल्टनगंज, चाईबासा, गिरिडीह एवं जमशेदपुर में पथ निर्माण विभाग द्वारा बाईपास सड़क निर्माण का डीपीआर तैयार किया जा रहा है।
मौके पर मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि रांची के करमटोली से रिम्स होते हुए बूटी मोड़ तक तथा हिनू से बिरसा चौक होते हुए डीपीएस स्कूल तक फ्लाईओवर निर्माण किए जाने का डीपीआर बनाया गया है। विभाग द्वारा इस योजना का पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन भी मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया।