कैसे राजनीति में आईं शांभवी चौधरी? कैसे दर्ज की रिकॉर्ड जीत

एनडीए उम्मीदवार शांभवी चौधरी सबसे कम उम्र की सांसद चुनी गई हैं। उन्होंने दिल्ली का टिकट कटा लिया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का करिश्मा बिहार में अभी भी कायम है। मोदी फैक्टर को आप खारिज नहीं कर सकते हैं। हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामों से लोग काफी खुश हैं। हम अपने लोगों के लिए काम करेंगे।लोकसभा चुनाव का परिणाम सामने आ गया है। जीत और हार की तस्वीर पूरी तरह स्पष्ट हो गई है। विजयी उम्मीदवार जोर-शोर से खुशियां मना रहे हैं। इस बार शांभवी चौधरी सबसे कम उम्र की सांसद बनी हैं। उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के उम्मीदवार के तौर पर समस्तीपुर सीट से जीत दर्ज की है। इस बीच उन्होंने एक्सक्लूसिव बातचीत की है। पढ़िए प्रमुख अंश…

सवाल- इस जीत के बाद कैसा लग रहा है?

जवाब- शांभवी चौधरी ने कहा कि इस ऐतिहासिक जीत से हम काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि जीत तो जीत होती है। हम भी इस जीत से काफी खुश हैं। लेकिन इस जीत ने हमें जो जिम्मेदारी दी है, उसको हमें नहीं भूलना चाहिए। हम अपने क्षेत्र की जनता के लिए काम करना चाहते हैं।

सवाल- दिल्ली का टिकट कट गया, इसके लिए क्या रोडमैप है?

जवाब- उन्होंने कहा कि हमने अपने संसदीय क्षेत्र के लिए पूरा रोडमैप बनाया है। हमने इसके लिए घोषणापत्र भी बनाया है। देश के लिए घोषणापत्र हैं ही, लेकिन हमने अपने क्षेत्र की जनता के लिए घोषणापत्र बनाया है। हमने लोकल मुद्दे को अपने घोषणापत्र में शामिल किया है। सड़क, बिजली, इन्फ्रास्ट्रक्चर, रोजगार समेत कई मुद्दों पर हमें काम करना है। फ्लाईओवर समेत कई चीजों पर हमने काम करना शुरू कर दिया है। कुछ ही सालों में विकास दिखने लगे

सवाल- जीत के बाद सबसे पहले आपके मन में क्या आया?

जवाब- शांभवी चौधरी ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान जब मैं अपने संसदीय क्षेत्र जाती थी तो नेता या सांसद बनने के लिए नहीं, बल्कि एक बेटी के रूप में आशीर्वाद मांगने जाती थी। मैं सबसे यही कहती थी कि मैं आपकी बेटी हूं मुझे आशीर्वाद दीजिए। जब मैं करीब दो लाख वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की तो मेरे मन में सबसे पहले यही आया कि समस्तीपुर के लोगों ने मुझे अपनी बेटी मान लिया।

सवाल- आप सांसद बन गई हैं, इससे पहले कभी संसद में जाने का मौका मिला?

जवाब- ओल्ड पार्लियामेंट बिल्डिंग में कॉलेज के टाइम में जाने का मौका मिला था। नई संसद में कभी नहीं गई हूं। पहली बार नई संसद जाऊंगी।

सवाल-पहली बार संसद जा रही हैं, तो आपकी क्या प्राथमिकता होगी?

जवाब- हम समस्तीपुर जिले का प्रतिनिधित्व करने के लिए संसद में जा रहे हैं। मेरा पूरा फोकस होगा कि हम समस्तीपुर जिले की बात वहां ज्यादा से ज्यादा रख सकें। हमें जो मौका मिला है, उसका हम पूरा सदुपयोग करें। समस्तीपुर धरती की जो गौरवता है, हम उसके लिए काम करेंगे। रोजगार के लिए हम पूरा प्रयास करेंगे।

सवाल– पीएम मोदी के साथ आपने बात की थी और उनके साथ आपने रैली भी की थी, वो पल कैसा था?

जवाब- वह पल बेहद ही अच्छा था। मैं पीएम मोदी के साथ बहुत ही उत्साह के साथ मिली थी। इससे पहले मुझे कभी पीएम मोदी से मुलाकात का मौका नहीं मिला था। पीएम मोदी ने हमारे बारे में कहा था यह हिंदुस्तान की बेटी है, जीतनी ही चाहिए। उस वक्त जो जिम्मेदारी उन्होंने मेरे कंधे पर दी, उसका हम पूरा निर्वहन करेंगे।

सवाल- आप अपनी जीत का आधार किसे मानती हैं?

जवाब- उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का करिश्मा बिहार में अभी भी कायम है। मोदी फैक्टर को आप खारिज नहीं कर सकते हैं। हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामों से लोग काफी खुश हैं। इस जीत का श्रेय हम अपने सारे कार्यकर्ताओं को देना चाहते हैं, जिन्होंने मेरे लिए इतनी गर्मी में मेहनत की।

सवाल- इतनी पढ़ाई लिखाई के बाद आपने राजनीति क्यों चुनी?

जवाब- हम बचपन से ही अपने घर में पिताजी को और दादा जी को जनता की सेवा करते हुए देखा है। जनता की सेवा करना हमको बहुत अच्छा लगता था। राजनीति में आने से पहले भी हम सामाजिक कामों में लगे रहते थे। अब पूरे मन से जनता की खूब सेवा करेंगे।

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