रांची। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलम गीर आलम को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री रसेल सोरेन के बाद यह दूसरी बड़ी रजिस्ट्री है। एचडी ने रविवार को जागीर आलम से करीब सात घंटे तक पूछताछ की और उसके बाद गिरफ्तार कर लिया। मित्रता है कि कुछ दिन पहले ही एचडी ने मंत्री के निजी सचिव और निजी सचिव के नौकर के घर पर छापा मारा था। कार्रवाई में मंत्री के पीए के नौकर के घर से 35 करोड़ रुपए नकद मिले थे। मंत्रालय के आदेश में कमीशन लेने के आरोप में यह कार्रवाई की गई थी।
व्यापारी बने के बाद आलमगीर आलम को रविवार की रात को दुकान के ऑफिस में हाजत पर रखा गया। उनकी मेडिकल जांच कराई जाएगी। इसके बाद उन्हें गुरुवार रात 10 बजे एलॉय कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस दौरान एचडी कोर्ट से प्रतिमा की मांग की गई। इससे पहले एमडी के अधिकारियों ने मंगलवार को भी अपने नौ घंटे की पूछताछ की थी और दूसरे दिन यानी बुधवार को भी पूछताछ के लिए बुलाया था।
बताया जा रहा है कि आलमगीर आलम के पीए संजीव लाल ने पूछताछ में कई जानकारियां दी हैं। संजीव लाल अभी भी पीएचडी की डिग्री में है। मंगलवार को मंत्री आलम जागीर आलम के साथ उनके पीए संजीव लाल से भी पूछताछ की गई थी। संजीव लाल से पिछले सात दिन से पूछताछ चल रही है। बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान संजीव ने यह स्वीकार किया है कि जो उनके और उनके सहायकों के यहां से चोरी करता है, वह सभी पैसे किराये पर लेता है। यह भी कहा जा रहा है कि संजीव ने उन सभी लोगों के बारे में बताया है, जिनके पास पैसे मिलने के पैसे हैं।