Ranchi: झारखंड में जमीन के नक्शों को समझना पहेली बन गई है. जमीन की मैपिंग नहीं होने के कारण जमीन विवाद बढ़ता ही जा रहा है. इसकी वजह यह है कि नक्शों को जानने और समझने वाले कैथी भाषा के जानकार हैं ही नहीं. जमीन विवाद सुलझाने और मैपिंग कराने के लिए बिहार से रघुवर सरकार के 82129 नक्शे मंगाए गए थे. लेकिन इन नक्शों को अब तक पूरी तरह से समझा नहीं जा सका है. इसकी सबसे बड़ी वजह भाषा की समस्या है. इसमें कैथी भाषा का प्रयोग किया गया है. राज्य में जो कैथी के जानकार थे, वे रिटायर कर गये. अब नक्शों को समझना सरकार के लिए चुनौती बन गई है. अगर नक्शों का शुद्धीकरण हो जाता तो 80 से 90 फीसदी विवादों का हल निकल जाता. खास बात यह है कि नक्शा मंगाने में राज्य सरकार ने 52 करोड़ रुपये खर्च किया.
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