राजस्थान समाचार: सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती मरीज़ सचिन शर्मा को ग्रुप ग्रुप का ब्लड चढ़ाने के मामले में राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और तीन कर्मचारियों को ख़त्म कर दिया गया है।
इस संबंध में अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा शुभ्रा सिंह की ओर से जारी आदेश के अनुसार एपिसोड डियोडिऐवेशन कंट्रोलर, मेडिकल कॉलेज, जयपुर द्वारा संगीत जांच समिति ने अस्थि रोग विभाग के सह आचार्य डॉ. द्वारा अपनी रिपोर्ट दी। एस.के. गोयल, इन सर्विस रेजिडेंट डॉ. साइंटराम एवं डॉ. ऋषभ ऑपरेशंस और स्कॉर्पियो के संचालक अशोक कुमार वर्मा को शुल्क मिला है।
डॉ. एस.के. विलाय, डॉ. साइंटराम एवं डॉ. रिषभ ड्राईवर को इलेक्ट्रिक इम्पैक्ट से स्टोरिआपन की प्रतीक्षा में रखा गया है। डॉ. विस्कॉन्सिन का मुख्यालय प्रबंधन, चिकित्सा शिक्षा और डॉ. साइंटराम एवं डॉ. ऋषभ ड्राईवर का मुख्यालय निदेशालय, चिकित्सा स्वास्थ्य कंपनी, जयपुर में रखा गया है।
सवाई मानसिंह अस्पताल के पॉलीट्रोमा वार्ड के ऑफिसियल अधिकारी अशोक कुमार वर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, उनके मुख्यालय निदेशक (अराजपत्रित), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा जयपुर को नियुक्त किया गया है।
यह मामला सामने आने के बाद चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह ने जांच के लिए समिति को निर्देश दिए थे। जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मरीज़ सचिन शर्मा का ब्लड ग्रुप ओ निकला था और एबीसी स्पेक्टर ग्रुप की 1 यूनिट पीआरबीसी और 1 यूनिट एफ एफ़ स्पेशियलिटी भी प्राप्त हुई थी।
रिपोर्ट के अनुसार ब्लड ट्रांस फ़्रूजन के लिए सैम्पलसाइग अधिकारी अशोक कुमार वर्मा द्वारा लिया गया। रेजिडेंट डॉ. ऋषभ ड्राइवर ने मरीज की भीटी पर कोई नोट्स नहीं लिखे। साथ ही ऑन कॉल सहा आचार्य डॉ. एस.के. विक्की ने सर्जरी से पहले ब्लड ट्रांसफ्यूजन स्टेरॉयड पर ध्यान नहीं दिया। डॉ. एलॉटराम जो 15 फरवरी की रात को ट्रोमा ब्लड बैंक में डायटी पर थे, उन्होंने ब्लड ग्रुप कम होने के बारे में उच्च अधिकारियों को जानकारी नहीं दी।