बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) में शिक्षकों की लगातार सेवानिवृत्ति हो रही है। 50 फीसदी से ज्यादा पद खाली है। ऐसे में यूजीसी की फंडिंग बंद होने का खतरा अब मंडराने लगा है क्योंकि नए प्रविधान के अनुसार विश्वविद्यालय व काॅलेजों में 75 प्रतिशत पद भरना अनिवार्य है। इसी आधार पर ग्रांट के आवेदन स्वीकृत होंगे। ऐसे में अब शिक्षकों की नियुक्ति की आस जगी है।
19 Feb 2024
धनबाद : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में लगातार सेवानिवृत्ति हो रही है, पर नियुक्ति बंद है। इस कारण विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में 50 प्रतिशत से अधिक शैक्षणिक पद खाली हैं। इससे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की फंडिंग बंद होने का खतरा मंडराने लगा है।
इसी शर्त पर मिलेगा यूजीसी से फंड
यूजीसी के नए नियम के अनुसार, विश्वविद्यालय व काॅलेजों को फंड तभी मिलेगा, जब स्वीकृत शैक्षणिक पदों में 75 प्रतिशत भर लिए गए हो। यूजीसी से मिलने वाले ग्रांट के लिए आवेदन भी इसी शर्त पर स्वीकृत किए जाएंगे। यूजीसी के ड्राफ्ट में फिटनेस ऑफ काॅलेज फाॅर रिसीविंग ग्रांट रूल्स-2024 शामिल हैं। इस पर शिक्षण संस्थान-शिक्षाविदों से चार मार्च तक सुझाव मांगा गया है। सुझावों पर अमल करने के बाद ही इसे लागू किया जा सकता है।
18 शिक्षक हो गए रिटायर
यूजीसी से ग्रांट के लिए अब 75 प्रतिशत शैक्षणिक पदों पर भर्ती करनी होगी। इससे स्थापना काल से शिक्षकों की कमी झेल रहे बीबीएमकेयू में आस जगी है। बता दें कि वर्ष 2023 में डीन साइंस व आरएसपी कालेज के प्राचार्य रहे डा. जेएन सिंह समेत 18 शिक्षक सेवानिवृत्त हो गए। इनके स्थान पर नियुक्ति नहीं हुई। वहीं इस वर्ष 12 शिक्षक सेवानिवृत्ति होने वाले हैं।
तीनों गणित शिक्षक अब पदाधिकारी, विभाग स्थायी शिक्षक विहीन
पहले गणित विभाग के शिक्षक एफओ नियुक्त किए गए। फिर डा. आरके तिवारी सीसीडीसी बनाए गए। अब चास कालेज के गणित विभाग के शिक्षक डा. ध्रुव कुमार सिंह को विश्वविद्यालय के गणित विभागाध्यक्ष नियुक्त किया गया। तीनों स्थायी शिक्षक विश्वविद्यालय के पदाधिकारी बन गए। इस कारण यह विभाग स्थायी शिक्षक विहीन हो गया है।