राजस्थान समाचार: जयपुर जिले के चार ई-मित्र कियोस्क को खाली करा लिया गया है। अतिरिक्त कूड़ा जिला (उत्तर) अलका विश्नोई ने बताया कि ई-मित्र कियोस्क ई-मित्र पोर्टल पर भेजे जाने वाले मूल निवास प्रमाण पत्र में फर्जी दस्तावेज शामिल हैं। प्रामाणिक प्रमाण पत्र की कूट रचना के रहस्य पाए गए हैं।
3 फरवरी को जयपुर जिले के चार ई-मित्र कियोस्क को भी जालसाजी करने एवं फर्जीवाड़ा करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद फरवरी माह में अब तक कुल 8 कियोस्क के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
अतिरिक्त, जिला ई-एडवेंचर्स सोसायटी के रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि जांच में शामिल होने के बाद सूचना एवं संचार विभाग के सहायक सचिव कियोस्क के सचिव मनमोहन साहू (एसवीजी एक्सप्रेस एसोसिएट प्राइवेट लिमिटेड), रामसरूप शर्मा (अक्ष पुस्तकालय), अनिल चंद साहू (अक्ष ओपाइफाइबर), सुनील प्रजापत (अक्ष अपोफाइबर) को जालसाजी करने एवं फर्जी स्टॉक में अंतिम चरण में जाने के लिए कहा गया है।