विद्यार्थी विशेष एटीकेटी परीक्षा में शामिल होने के लिए विलंब शुल्क 50 रुपये के साथ पांच फरवरी तक आवेदन भरा जा सकता है।
01 Feb 2024
जबलपुर : नई शिक्षा नीति के नियमों में उलझे 250 विद्यार्थियों को बुधवार को रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय प्रशासन ने राहत दे दी। परीक्षा में एटीकेटी का मौका चूके इन विद्यार्थियों के लिए अब विशेष परीक्षा होगी। प्रशासन ने छात्र हित को देखते हुए यह फैसला लिया है। नई शिक्षा नीति के तहत 2021 में तकनीकी त्रुटियों की वजह से परीक्षा परिणाम घोषित हुआ था। जिसमें पहले विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए लेकिन बाद में त्रुटि सुधार के बाद दोबारा संशोधित परीक्षा परिणाम जब जारी हुआ तो करीब 250 विद्यार्थी इसी परीक्षा में एटीकेटी में उलझ गए। हैरानी वाली बात ये रही कि इन विद्यार्थियों को एटीकेटी की खबर ही नहीं लगी और प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष के बाद विद्यार्थी तीसरे वर्ष में पहुंच गए। तब प्रशासन इन्हें अंतिम वर्ष की परीक्षा में शामिल होने से रोका तब छात्रों की गड़बड़ी समझ आई।
क्या है मामला
परीक्षा नियंत्रक डा.रश्मि मिश्रा ने बताया कि 2021 में नई शिक्षा नीति का पहले बैच की परीक्षा हुई। इसमें स्नातक प्रथम वर्ष के बीए,बीकाम, बीएससी सभी पाठ्यक्रम के नतीजे सितंबर 2022 में जारी हुए थे। परिणाम जिस एजेंसी से तैयार करवाया गया था उसने स्कीम का पालन नहीं किया। जिस वजह से रिजल्ट को संशोधित करना पड़ा। इस रिजल्ट को 26 नवंबर 2022 को दोबारा संशोधित कर जारी किया गया।
संशोधित रिजल्ट को अनदेखा किया
संशोधित रिजल्ट में कई विद्यार्थी असफल हो गए या पूरक आए। अब पहले बार जो पास हुए थे उन्होंने संशोधित रिजल्ट को अनदेखा किया और अपनी पढ़ाई जारी रखी। ऐसे करीब 200 विद्यार्थी थे जो आगामी कक्षा में प्रवेश लेकर पढ़ाई करते रहे। अब तीसरा वर्ष का परीक्षा आवेदन भरने का समय आया तो जो पूरक छात्र थे उन्हें आवेदन नहीं भरने मिल रहा है। ऐसे छात्र विश्वविद्यालय में दावा कर रहे हैं कि उन्होंने पहले परिणाम के आधार पर ही आगामी कक्षा में प्रवेश लिया। विद्यार्थियों को संसोधित परिणाम की सूचना नहीं थी।
सभी कालेजों को इस संबंध में सूचना दी गई थी
विश्वविद्यालय प्रशासन का तर्क है कि सभी कालेजों को इस संबंध में सूचना दी गई थी। ऐसे सभी विद्यार्थियों के दूसरे वर्ष का परीक्षा परिणाम भी प्रशासन ने जारी नहीं किया है। छात्रों की मांग पर प्रशासन ने एक कमेटी बनाई और उसे उनके सामने प्रकरण रखा था। कमेटी ने इस मामले में तकनीकी त्रुटि मानकर छात्र हित में एक अवसर देने पर सहमति दी है। जिसके बाद यह मामला बोर्ड आफ स्टडीज में रखा गया वहां से इसे मंजूरी मिली। जिसके बाद परीक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया।
दो पूरक परीक्षा भी हो गई
परीक्षा नियंत्रक डा.रश्मि मिश्रा ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत अभी तक दो पूरक परीक्षा हो चुकी है यदि विद्यार्थी चाहते तो इस परीक्षा में शामिल होकर अपना साल बचा सकते थे। फिर भी छात्र हित में विशेष परीक्षा करवाने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी थी जो मिल गई है। विद्यार्थी विशेष एटीकेटी परीक्षा में शामिल होने के लिए तीन फरवरी तक आनलाइन आवेदन भर सकते हैं विलंब शुल्क 50 रुपये के साथ पांच फरवरी तक आवेदन भरा जा सकता है।