29-Jan-24
रायपुर : प्रदेश में इस वक़्त दो जिलों में हवाई सेवाएं संचालित हैं। प्रदेश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट रायपुर में स्थित हैं तो वही से दो उड़ाने न्यायधानी बिलासपुर के चकरभाठा स्थित बिलासा बाई केंवट हवाई पट्टी से संचालित हो रही हैं।
इन दोनों के बाद अब हवाई सेवा में तीसरा नाम अंबिकापुर जिले का जुडऩे वाला है। इसकी जानकारी खुद देश के सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दी हैं। उन्होंने प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को खत लिखते हुए जानकारी दी हैं।
केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा हैं ‘अंबिकापुर हवाई अड्डे का स्वामित्व छत्तीसगढ़ सरकार के पास है। उड़ान योजना के पहले दौर के अंतर्गत अंबिकापुर हवाई अड्डे को आरसीए उड़ानों के प्रचलन हेतु विकसित करने के लिए चिन्हित किया गया था। हवाई अड्डे के रूप में विकास कार्य पूरा हो गया है और लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया चल रही है।
उड़ान 4.2 के तहत अंबिकापुर-बिलासपुर-अंबिकापुर और अंबिकापुर-रायपुर-अंबिकापुर मार्ग को फ्लाई बिग एयरलाइन को अवार्ड कर दिया गया है। लाइसेंस प्राप्त होने के बाद एयरलाइन अंबिकापुर से उडऩे प्रचलित कर सकती हैं। अंबिकापुर वाराणसी अंबिकापुर मार्ग उड़ान योजना के तहत अवार्ड नहीं किया गया है। उड़ान के आगामी दौर में यदि इस मार्ग के लिए कोई बोली प्राप्त होती है तो उसे परियोजना के मापदंडों के तहत विचार किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा हैं ‘मैं आपको इस सहायता सेअवगत कराना चाहूंगा कि मार्च 1994 में वायु निगम अधिनियम को समाप्त कर दिए जाने के साथ ही भारतीय घरेलू विमान को पूरी तरह से नियंत्रण मुक्त कर दिया गया है और लाइन ने अपनी प्रचलन और वाणिज्यिक व्यवहार्ता के आधार पर देश के किसी भी हवाई अड्डे के लिए हवाई सेवाएं प्रचलित करने के लिए स्वतंत्र हैं।