आदिवासी संगठनों की केंद्र को चेतावनी; कहा- बंगाल में जैसे पत्थर चले झारखंड में चलेगा तीर-धनुष

झारखंड में ईडी की कार्रवाई को लेकर प्रदेश के आदिवासी संगठनों ने राजभवन के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में हजारों आदिवासी समाज के लोग जुटे। पारंपरिक वेशभूषा ढ़ोल-नगाड़ा तीर-धनुष के साथ समाज के लोग मोरहाबादी मैदान से पैदल मार्च करते हुए राजभवन पहुंचे। प्रदर्शन के दौरान समाज के लोगों ने हाथों में सरना झंडा व पोस्टर-बैनर लेकर पहुंचे।

20 Jan 2024

रांची : ईडी कार्रवाई को लेकर आदिवासी संगठनों ने राजभवन के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में हजारों आदिवासी समाज के लोग जुटे। पारंपरिक वेशभूषा, ढ़ोल-नगाड़ा, तीर-धनुष के साथ समाज के लोगों मोरहाबादी मैदान से पैदल मार्च करते हुए राजभवन पहुंचे। प्रदर्शन के दौरान समाज के लोगों ने हाथों में सरना झंडा व ‘केंद्र सरकार होश में आओ’ के पोस्टर-बैनर लेकर पहुंचे।इस दौरान लोगों ने ‘केंद्र सरकार होश में आओ’, आदिवासी मुख्यमंत्री को फंसाना बंद करे सहित अन्य नारे लगाए। रांची सहित खूंटी, तमाड़, बुंडु सहित विभिन्न इलाकों से लोग प्रदर्शन में पहुंचे। आदिवासी संगठनों ने केंद्रीय जांच एजेंसी के समन को राजनीति से प्रेरित और आदिवासी सीएम के खिलाफ षडयंत्र करार देते हुए चेतावनी दी कि कोलकाता में जैसे पत्थर चला है, वैसे ही झारखंड में तीर-धनुष चलेगा।

सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष ने क्या कहा 

प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि एक आदिवासी मुख्यमंत्री को परेशान किया जा रहा है। सरकार गिरान में जब भाजपा के लोग सफल नहीं हो रहे हैं तो अब हेमंत सोरेन को केंद्रीय जांच एजेसियों के माध्यम से परेशान और तोड़ने का प्रयास किया जा रहा हैष यह सीधे तौर पर आदिवासी पर प्रहार और हमला है। सीधे आदिवासी समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को छुआ भी गया तो झारखंड जल उठेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कार्रवाई जारी रहेगा तो कोलकाता में जैसे पत्थर चला है वैसे ही झारखंड में तीर-धनुष चलेगा। वहीं नारायण उरांव ने कहा कि एक आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भाजपा परेशान कर रही है। अगर भाजपा में हिम्मत है तो वह हेमंत सोरेन से राजनीतिक मुकाबला करे।

राज्यपाल केंद्र का एजेंट बनना बंद करें- आदिवासी सेना के अध्यक्ष

आदिवासी सेना के अध्यक्ष अजय कच्छप ने कहा कि केंद्र सरकार अपने जांच एजेसियों के माध्यम से एक आदिवासी सीएम को परेशान कर रही है। उन्होंने राजभवन, राज्यपाल और भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि वह साजिश करना बंद करें। राज्यपाल केंद्र के एजेंट बनकर काम करना बंद करें नहीं तो उन्हें तमिलनाडु वापस भेज दिया जाएगा।

कार्यक्रम में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, नारायण उरांव, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के कुंदरसी मुंडा, सरना समिति कांके के अध्यक्ष सोनू खलखो, क्षेत्रीय पड़हा समिति के अजीत उरांव, पड़ाहा राजा बुधवा मुंडा, कल्याणपुर सरना समिति के दिनेश कच्छप, वामसेफ के जयंत कच्छप, आदिवासी सेना के अध्यक्ष अजय कच्छप, एचईसी विस्थापित मोर्चा के राहुल उरांव, सरना समिति पिठोरिया के योंगेंद्र उरांव, सरना समिति कांके सुरेंद्र लिंडा सहित विभिन्न आदिवासी संगठनों के लोग उपस्थित रहें।

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