नई दिल्ली. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सैना ने शराब कारखाने में तोड़फोड़ की रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उन पर शराब के सामान से लेकर पैसे के रिश्ते तक के आरोप हैं।
एलजीएन ने गृह मंत्रालय से मराठा के खिलाफ निर्देशात्मक कार्रवाई की भी वकालत की है। वर्ष 2015-16 के इस मामले में फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) ने रिकॉर्डिंग की जांच कर पुनरावलोकन का पता लगाया है। जांच में पता चला, दिल्ली सरकार रिटेलर स्टॉक एक्सचेंज से पैसा इकट्ठा करने के लिए एक छात्र के सामान पर प्रोडक्शन दाल रही थी। तलवड़े अब अरुणाचल प्रदेश में स्थित हैं। अधिकारियों के मुताबिक, 2015-16 में तलवड़े ने दिल्ली राज्य नागरिक आपूर्ति निगम लि. (सीडीएसएससी) के वरिष्ठ महाप्रबंधक के रूप में कार्य करते हुए डीएससीएससी के सांख्यिकी प्रबंधक पीके रॉयल (एवी सेवानिवृत्ति) पर पैसा लेने का दबाव डाला गया था। दोनों के फोन पर हुई बातचीत की ऑडियो क्लिप सामने आई। क्लिप में डी.एस.सी.एस.सी. का कैथोलिक चर्च के तुरंत बाद तलवड़े ने पीके रॉयल से पांच लाख रुपये लेने की बात भी मानी है।
रिकॉर्डिंग से नहीं
एफएसएल दिल्ली को रवाना करने के लिए एनओसी विभाग के मुख्य सचिव के निर्देश ने ऑडीओड क्लिप जांच की। एफएसएल ने 28 नवंबर, 2023 को अपनी जांच रिपोर्ट जारी की। कहा गया है, रिकॉर्डिंग में किसी प्रकार का बदलाव नहीं है। इसके बाद केस कानून विभाग को भेजा गया। विभाग ने राय दी कि यह पहचान दर्ज करने के लिए एक उपयुक्त मामला है।