डीन डा. शिव प्रिये ने बताया कि मामले में 10 छात्रों को चिन्हित कर हास्टल से निष्कासित कर दिया गया है। इनमें तीन छात्र आशीष कुमार दुबे पुष्पक कुमार और आयुष केडिया पहले भी सितंबर माह में हुए हंगामे में शामिल थे। इसके अलावा अन्य छात्रों में अमन राज अनुपम सानू आशीष नचिकेता मृनाल सागर सौरभ गोराई अनुज शंकर और अभिषेक कुमार शामिल हैं।
06 Jan 2024
रांची : राजधानी रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में एमबीबीएस के कुछ छात्रों ने गुरुवार रात शराब पीकर आपस में मारपीट की। इस दौरान घंटों जमकर हंगामा हुआ। शराब पीकर बहके छात्रों ने हॉस्टल की खिड़कियों के कांच और फर्नीचर भी तोड़ डाले। लात-घूंसे से लेकर राड तक चले। एक छात्र के सिर पर राड से वार किया गया। उसे घायल अवस्था में ही रिम्स के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। घटना रात लगभग 10 बजे हास्टल नंबर 10 में हुई। रिम्स प्रबंधन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 10 छात्रों को हॉस्टल से निकाल दिया है।
रजिस्टर, बुक व टेबल जलाए
बताया जा रहा है कि हॉस्टल में 2019 बैच के छात्र पार्टी कर रहे थे। इसमें जमकर शराब का दौर चला। सभी नशे में झूम रहे थे। लाउडस्पीकर बज रहा था, जिस पर दूसरे छात्रों ने अधिक शोर होने पर आपत्ति दर्ज की। इसके बाद तू-तू मैं-मैं और मारपीट की नौबत आ गई। नशे की हालत में छात्रों ने होमगार्ड के जवानों के साथ बदतमीजी की और उनके टेबल और रजिस्टर को जला दिया। जवानों ने बताया कि जब उन लोगों ने हंगामा रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की की गई।जवान रजिस्टर में हंगामा करने वालों का नाम लिखने लगे तो छात्रों ने रजिस्टर छीनकर उसे वहां रखे टेबल के साथ जला दिया।होमगार्ड के जवानों ने इसकी जानकारी रात करीब 12 बजे प्रबंधन व स्टूडेंट वेलफेयर के डीन डा. शिव प्रिये को दी। रात लगभग 12 बजे डीन हास्टल पहुंचे और हंगामे को शांत कराया।
हॉस्टल से निकाले गए 10 छात्र, संस्थान से भी निष्कासन की हो सकती है कार्रवाई
डीन डा. शिव प्रिये ने बताया कि मामले में 10 छात्रों को चिन्हित कर हास्टल से निष्कासित कर दिया गया है। इनमें तीन छात्र आशीष कुमार दुबे, पुष्पक कुमार और आयुष केडिया पहले भी सितंबर माह में हुए हंगामे में शामिल थे। इसके अलावा अन्य छात्रों में अमन राज, अनुपम सानू, आशीष नचिकेता, मृनाल सागर, सौरभ गोराई, अनुज शंकर और अभिषेक कुमार शामिल हैं। इन सभी को माता-पिता के साथ आठ जनवरी को रिम्स बुलाया गया है। इसके बाद यह भी तय किया जाएगा कि इन्हें फिर से हास्टल दिया जाए या नहीं।
समिति को यह लगेगा कि इनकी वजह से अन्य छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है और माहौल बिगड़ रहा है तो इन्हें कालेज से भी निकाला भी जा सकता है। ड्रग्स और शराब के नशे में रहते हैं छात्र : डीन डा. शिव प्रिये ने बताया कि हास्टल में लगातार शराब और ड्रग्स की सप्लाई की जा रही है। इसकी पहले भी सूचना मिली थी, लेकिन अब इस बात की पुष्टि हुई है। सप्लायर आशीष यादव के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की जा रही है।सप्लायर पहले हास्टल में ही मेस चलाता था। उसे हटा दिया गया। इसके बाद अब वह छात्रों को गैरकानूनी तरीके से नशीले पदार्थ सहित शराब की सप्लाई करता है। हास्टल का माहौल खराब हो रहा है।