05-Jan-24
धमतरी : जिला हिन्दी साहित्य समिति की पूर्व अध्यक्ष डॉ.सरिता दोशी की 83 वर्षीय पिता श्री गुलाबचंद जी लोढ़ा का आकस्मिक निधन भिलाई स्थित निवास में हुआ। श्री लोढ़ा जी अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़कर देवलोक प्रस्थान कर गए। इस मौके धमतरी जिला हिन्दी साहित्य समिति द्वारा शोक सभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। तत्पश्चात संरक्षक श्री सुरजीत नवदीप ने कहा कि इस दुनिया में कुछ सच हो न हो, लेकिन एक सच यह जरूर है कि वो इंसान इस धरती पर जन्म लिया उसे एक दिन मृत्यु की गोद में सोना है। लेकिन जब अपने प्रिय कोई इस दुनिया को छोड़कर चले जाते हैं तो उनकी कमी जिंदगी भर रहती है। यह एक दुख की घड़ी होती है जिसमें परिवार और खुद पर धीरज रखने की आवश्यकता होती है । जब कोई दुनिया को अलविदा कहता है तो कई लोग उस परिवार के प्रति अपना संवेदना व्यक्त करते हैं। संरक्षक श्री गोपाल शर्मा ने कहा कि मृत्यु सत्य है और शरीर नश्वर है, यह जानते हुए भी अपनों के जाने का दुख होता है , हमें ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए कि दिवंगत आत्मा को शांति और मोक्ष प्रदान करें। श्री मदनमोहन खंडेलवाल ने कहा -यह संसार प्रकृति के नियमों के अधीन है और परिवर्तन एक नियम है शरीर तो मात्र एक साधन है इस दुख की घड़ी में हम सब आपके साथ हैं । दिवंगत आत्मा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि। धमतरी जिला हिन्दी साहित्य समिति के अध्यक्ष डुमन लाल ध्रुव ने कहा कि मैं जो महसूस कर रहा हूं वे शब्द वर्णन किये जा सकते नहीं, क्योंकि जीवन एक संयोग मात्र है सुख और दुख कर्मवार आते हैं ईश्वर शोक संतप्त परिवार को हिम्मत और दिवंगत आत्मा को भगवान शांति दें। सचिव डॉ.भूपेन्द्र सोनी ने कहा कि दु:ख कितना भी बड़ा क्यों न हो, धैर्य और संतुलन बनाके रखियेगा। परिवार को समय हारने नहीं देगा। दिवंगत आत्मा को भगवान शांति दें।
इसी तरह शोक सभा में विनोद राव रणसिंग,श्रीमती पुष्पलता इंगोले, श्रीमती कामिनी कौशिक, श्रीमती अनु नंदा,डा.रचना मिश्रा, श्रीमती रेखा परमार, सुश्री माधुरी डडसेना, सुश्री माधुरी मारकंडेय, डॉ.राकेश सोनी, कुलदीप सिन्हा, राजेन्द्र प्रसाद सिन्हा, आकाशगिरी गोस्वामी, रणजीत भट्टाचार्य, चन्द्रशेखर शर्मा,चन्द्रहास साहू, नरेश चन्द्र श्रोति,राकेश दीवान,निर्मल बरडिया, लक्ष्मण हिन्दूजा,मुकेश जैन,तिलक मानिकपुरी ने शोक संवेदना व्यक्त किया।